मिथिला में सजा सीता का स्वयंबर, धूमधाम से हुआ श्रीराम-जानकी विवाहोत्सव

नेपाल के जनकपुर धाम में शनिवार को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम व आदिशक्ति माता सीता के विवाह उत्सव की धूम रही। जनकपुर में विवाह पंचमी महोत्सव को लेकर जानकी मंदिर से 151 टोलियां गाजे-बाजे के साथ भार लेकर पास के श्री राम मंदिर पहुंची। एक दर्जन वाहन पर सवार श्रीराम जानकी मंदिर पहुंचे बराती, जबकि भारत-नेपाल सीमा पर वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह से प्रतिबंध लागू है। सुरक्षा के थे कड़े इंतजाम के साथ अयोध्या से आए हुए बरातीयों को जनकपुर धाम पहुंचाया गया। विवाह उत्सव को लेकर नेपाल सरकार, प्रदेश नम्बर दो की सरकार व धनुषा जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए हुए थे।

 
जनकपुरधाम। नेपाल के जनकपुर धाम में शनिवार को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम व आदिशक्ति माता सीता के विवाह उत्सव की धूम रही। जनकपुर में विवाह पंचमी महोत्सव को लेकर जानकी मंदिर से 151 टोलियां गाजे-बाजे के साथ भार लेकर पास के श्री राम मंदिर पहुंची। जहां मिथिलांचल की परंपरा के तहत भगवान श्री राम विवाह संपन्न हुआ। इस उत्सव को देखने के लिए लोगों की बड़ी भीड़ उमड़ी। इसमें देश-विदेश के साधु-संत व पर्यटक शामिल थे। बतादे की इस वार कोरोना महामारी को लेकर श्रद्धालुओं की संख्या पिछले साल की तुलना बहुत ही कम देखी गई। इस अवसर पर मां जानकी मंदिर व श्री राम मंदिर के महंत ने एक दूसरे के साथ समधी मिलन किया गया। वर व वधु पक्ष की ओर से परंपराओं के तहत मिथिला के गाली गीत हंसी मजाक, ठिठोली व विवाह के गीत से लोग भाव विभोर होते रहे। दुल्हन की तरह सजा जानकी मंदिर कृतिम लाइट से दुल्हन की तरह नौलखा मंदिर के नाम से प्रसिद्ध माता जानकी मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया गया था। मंदिर की खूबसूरती आकर्षण का केंद्र बनी थी। बड़े-बड़े पंडाल व तोरण द्वार से शहर पट गा था। शहर के तमाम होटल, धर्मशाला व विश्राम आश्रम साधु-संतों व पर्यटको से भरे पड़े हैं। नेपाल व भारत के अलावा विभिन्न देशों व प्रदेश से आए लोगों की अपार भीड़ से शहर छोटा पड़ गया। पूरे शहर में राम जानकी की गूंज रही। पूरा इलाका मंगलाचरण व वैदिक मंत्रोच्चार से गुंजायमान था। विवाह उत्सव को लेकर नेपाल सरकार, प्रदेश नम्बर दो की सरकार व धनुषा जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए। 


सुरक्षा के थे कड़े इंतजाम

भारत-नेपाल सीमा पर भिठ्ठा मोड़ में विभिन्न तरह के वाहनों की जांच की गई। किसी भी वाहनों को नेपाल में नहीं प्रवेश करने दिया गया। सिर्फ अयोध्या से आये एक दर्जन वाहन पर सवार श्रीराम जानकी बराती को केंद्रीय गृह मंत्री के आदेश पर नेपाल जाने दिया गया था।

Comments