गोरखपुर शहर में कोरोना का कहर, 138 हॉट स्पॉट के साथ जिले में 1430 संक्रमित

गोरखपुर। शहर में जुलाई में कोरोना संक्रमण किस तेजी से फैल रहा है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अपार्टमेंट से लेकर घनी बस्तियों तक में कोरोना फैल गया है। कोई ऐसा वार्ड नहीं है जहां कोरोना की एक दो केस ना हो। गली - मुहल्ला हो या हॉस्पिटल - बाजार सभी जगह कोरोना ने अपनी दहशत फैला रखी है।



यही कारण है कि गोरखपुर शहर में हर जगह संक्रमितों की संख्या में तेजी से बढ़ रही है। शुक्रवार को जिले में 81 कोरोना पोजीटिव के साथ संक्रमितों की संख्या 1430 पहुंची।


कोरोना संक्रमण के चलते शहरी इलाकों में हॉट-स्पॉट की तेजी से बढ़ती संख्या ने नगर निगम की दुश्वारियां बढ़ा दी है। उन इलाकों में संक्रमण फैलने से रोकने के लिए निगम के स्वास्थ्य विभाग की टीम दिन-रात मशक्कत कर रही है। दूसरे वार्डों से हटाकर सफाई कर्मियों को हॉट-स्पॉट वाले इलाकों में सफाई एवं सैनिटाइजेशन के लिए लगाना पड़ रहा है। इससे गली-मोहल्लों की सफाई व्यवस्था प्रभावित हो रही है। अब शहर में 138 हॉट-स्पॉट बनाये जा चुके हैं।


 


सबसे ज्‍यादा हाॅट स्‍पॉट राप्‍तीनगर में


राप्तीनगर वार्ड में सबसे ज्यादा नौ हॉटस्पाट हो चुके हैं, जबकि मिर्जापुर मे सात और तुर्कमानपुर, गोपलापुर एवं मियां बाजार में छह-छह हॉट-स्पॉट हैं। गुरुवार को निगम की टीम ने मोहद्दीपुर स्थित बिजली विभाग का दफ्तर, गोरखनाथ मंदिर परिसर, कलेक्ट्रेट, कमिश्नर कार्यालय, अंधियारीबाग, झरना टोला गायत्री नगर, दिव्यनगर समेत दर्जनभर स्थानों पर वायरस के टिकने वाली सतहों को विसंक्रमित करने के लिए सोडियम हाइपोक्लोराइट के घोल का छिड़काव कराया।


 


सोडियम हाइपोक्लोराइट के घोल का हो रहा रहा छिड़काव


छिड़काव के लिए 40 कर्मचारियों की अलग से ड्यूटी लगाई गई है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुकेश रस्तोगी ने बताया कि हमारा दायित्व नागरिकों को असुविधा से बचाना तथा कारोना वायरस से बचाव के लिए हरसभंव उपाय करना है। हॉट-स्पॉट वाले इलाकों में नियमित तौर पर सैनिटाइजेशन व फागिंंग कराया जा रहा है। इन्ही सब के बीच नालों की सफाई भी कराई जा रही है ताकि लोगों को बारिश में जलभराव का सामना न करना पड़े।


 


14 घंटे बंद रही माइक्रोबायोलॉजी की लैब, ठप रही जांच


बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी लैब में एक लैब टेक्नीशियन के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद लैब 14 घंटे बंद रही। तीन बार सैनिटाइज करने के बाद गुरुवार को दोपहर बाद दो बजे पुन: लैब खोल दी गई, जांच शुरू हो गई। लैब के सभी कर्मचारियों की बुधवार को जांच कराई गई। एक महिला लैब टेक्नीशियन में संक्रमण की पुष्टि होने के बाद हड़कंप मच गया। इसके बाद रात 12 बजे से लैब 14 घंटे के लिए बंद कर दी गई। इस लैब में गोरखपुर मंडल के सभी जिलों के लगभग एक हजार सैंपल की जांच होती है। लैब में 40 लैब टेक्नीशियन सहित 70 कर्मचारी कार्य करते हैं। विभागाध्यक्ष डॉ. अमरेश ङ्क्षसह ने बताया कि लैब टेक्नीशियन में संक्रमण की पुष्टि के बाद लैब 14 घंटे के लिए बंद कर दी गई थी। इस दौरान तीन बार उसे सैनिटाइज करवाया गया। गुरुवार को दोपहर बाद दो बजे से पुन: जांच शुरू कर दी गई है।


Comments