गोरखपुर शहर में मौत को दावत दे रहे हैं लोग, सात दिन में 17 की मौत 


गोरखपुर। कोरोना संक्रमण काल में घर के किचन से लेकर दफ्तर तक के बदले हालात से रूबरू होने के साथ ही लॉकडाउन की दुश्वारियां भी झेल चुके शहर के तमाम लोग अब भी जरूरी सतर्कता बरतने से परहेज कर रहे हैं। उनकी यही लापरवाही शासन से पहले खुद समूचे शहर को लॉकडाउन की तरफ ले जा रही है। पिछले छह दिनों से तीन थाना क्षेत्रों कोतवाली, तिवारीपुर और राजघाट थाना क्षेत्र और फिर गोरखनाथ और शाहपुर को भी सात दिनों के लिए पाबंद किया गया इसके बावजूद स्थिति में कोई सुधार नहीं होने पर चार थाना क्षेत्रों को फिर से पाबंद कर दिया गया या यूं कह ले कि शहर के आधे से ज्यादा हिस्से में लॉकडाउन बरकरार है तो अब जल्द ही कैंट थाना क्षेत्र में भी लॉकडाउन लगने की स्थिति पैदा हो गई है।


बतादें कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते हुए प्रभाव से कोरोना ने शहर को अपने जद में लेना शुरू कर दिया है। लोग अब भी नहीं सुधरे तो स्थित और भी भयवाह हो सकती है। हालत ये है कि 31 मई तक जहां कोरोना से 80 व्यक्ति संक्रमित और 6 की मौत हुई, तो जून में 265 संक्रमित और 7 की मौत हुई, 27 जुलाई तक संक्रमितों का यह आकड़ा 1670 तक पहुंच गए, जबकि कोरोना से मरने वालों की संख्या भी बढ़ कर 40 हो गई। यानि 30 जून तक जहां कोरोना से 345 व्यक्ति संक्रमित और 13 की मौत हुई थी।  जो जुलाई माह के मात्र 27 दिनों में ही इस महामारी से जिले में 1325 लोग संक्रमित पाए गए जबकि 27 लोग मौत के मुँह में शमा गए जो कि वेहद संवेदनशील मामला है। ये 27 दिन 27 मौत खतरे की संकेत जाहिर करती है यानि रोजाना 51 संक्रमित और एक व्यक्तियों की मौत हो रही है।


संक्रमितों की संख्या में जिले के ग्रामीण क्षेत्र से ज्यादा शहरी इलाके प्रभावित हैं। वह भी खास कर गोरखनाथ तिवारीपुर कोतवाली और राजघाट थाना क्षेत्र में संक्रमितों की संख्या अधिक होने की वजह से बफर जोन और हॉटस्पॉट एरिया भी अधिक हो गए हैं। इसी कारणों से प्रशासन को इन क्षेत्रों को फिर से लॉक डाउन करना पड़ा है।


शहर के कैंट थाना क्षेत्र भी कोरोना से प्रभावित है। यहां के पुलिस लाइन कैम्पस के ट्रेनिंग सेंटर में भी पुलिस कर्मी संक्रमित मिले हैं। इसके आलावा मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, तहसीलदार, उपजिलाधिकारी, एसएसपी आवास और कार्यालय के कर्मी भी संक्रमित पाए गए हैं।             


जिला प्रशासन ने सोमवार से इस थाना क्षेत्र में भी लॉकडाउन लगाने की तैयारी शुरू कर दी है। इसे लेकर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट व सदर तहसील के एसडीएम गौरव सिंह सोगरवाल ने डीएम के. विजयेंद्र पांडियन को अपनी रिपोर्ट भेज दी है। अंतिम फैसला उन्हीं को लेना है। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट का कहना है कैंट थाना क्षेत्र में 17 हॉटस्पॉट हो गए हैं। कोरोना को लेकर सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी गाइडलाइन के मुताबिक पांच से अधिक हॉटस्पॉट हो जाने पर संबंधित थाना क्षेत्र, क्लस्टर में परिवर्तित हो जाता है। ऐसे में संक्रमण का प्रभाव कम करने के लिए उसे पूरी तरह बंद करना जरूरी है।


उधर सूत्रों के मुताबिक चार थाना क्षेत्र के अलावा अन्य थाना क्षेत्र में लॉकडाउन भी बढ़ सकता है। हालांकि अभी इसपर कोई निर्णय नहीं हुआ है। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट का कहना है कि इन इलाकों में कैंप लगाकर रेंडम नमूने लिए जाएंगे। जांच रिपोर्ट और पूरे हालात का अध्ययन करने के बाद ही डीएम, लॉकडाउन खत्म करने या बढ़ाने के संबंध में कोई निर्णय करेंगे।


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