निजी स्कूलों के मनमानी रवैया के खिलाफ अभिभावकों का फूटा गुस्सा


गोरखपुर। कोरोना संक्रमण काल में जहां पर पूरा देश 90 दिन के आसपास में पूरी तरह से लॉक डाउन रहा वहीं दूसरी तरफ प्राइवेट शिक्षण संस्थान है वह पूरी तरह से बेलगाम होते हुए दिखाई दे रहे हैं। इधर बार-बार स्कूल की तरफ से नोटिस मिलने पर अभिभावक भी परेशान हो चुके हैं। पैसों की तंगी होने के कारण से अभिभावकों ने स्कूल प्रशासन से फीस माफ करने की गुहार लगाई है तो वही इनकी समस्या न सुनने पर कुछ अभिभावकों ने जिलाधिकारी से मिलकर अपनी बात रखने की बात की है। कुछ तो यहां तक आमदा है कि अगर इससे भी बात नहीं बनती तो हम सब प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ से मिलकर अपनी समस्याओं से रूबरू कराएंगे।  गोरखपुर हालमार्क वर्ल्ड स्कूल पर सोमवार को 12 बजे बड़ी संख्या में अभिभावकों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए आंशिक धरना प्रदर्शन किया। हाथों में एक तख्ती लिए "स्कूल जब से फीस तब से" अभिभावक प्रदर्शन कर रहे थे। सोनू सिंह, स्मृति श्रीवास्तव, कुसुम चौरसिया, कृति जयसवाल, अंकित जयसवाल, अनुप्रिया सिंह से बात करने पर पता चला कि यह स्कूल और इसकी तरह तमाम ऐसे स्कूल है महानगर में जो मार्च अप्रैल-मई की फीस भी अभिभावकों से वसूल रहे हैं और अगर अभिभावक देने में असक्षम है तो उसके बच्चे को उस विद्यालय से बाहर कर दिया रहा है।


अगर कोरोना संक्रमण काल में देश का आर्थिक पहिया थम सकता है तो आम जनजीवन पर भी इसका कितना असर पड़ा होगा। यह किसी से छुपी नहीं है।


"हॉल मार्क स्कुल" पर धरना देने वाले अभिभावकों ने जिलाधिकारी गोरखपुर से भी मिलने की बात की है। उन्होंने कहा कि अगर इससे भी बात नहीं बनी तो हम सब प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ से मिलकर अपनी समस्या से रूबरू कराएंगे।


एक अभिभावक ने बताया कि स्कूल की तीन महीने की फीस देने के बावजूद ऑनलाइन पढ़ाई फीस न देने वजह से बच्चों को नाम काट दिया गया और फीस भी बड़ा दी गयी है। अचानक घर में पैसा नहीं है ऐसी स्थिति में या तो हम बच्चे को घर बैठा दें या फिर कुछ बेचकर स्कूल की फीस अदा करें।


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