प्रयागराज। माघ मेेले के सबसे बड़े स्नान पर्व मौनी अमावस्या के मौके पर गुरुवार को संगम में
जनसैलाब उमड़ गया। कोरोना संक्रमण काल में गुरुवार को यह पहला मौका रहा जब
प्रयागराज में एक ही स्थान पर इतनी भीड़ जुटी।
गंगा मैया के जयकारे
के साथ बुधवार की रात से शुरू हुआ मौनी का स्नान गुरुवार को दिन भर जारी
रहा। सुबह मौसम साफ रहने से संगम तट पर श्रद्धालुओं की खासी भीड़ रही।
बुधवार की रात से शुरू हुआ श्रद्धालुओं के आने का क्रम दोपहर तक जारी रहा।
अमावस्या
तिथि 10 फरवरी बुधवार रात 12.19 बजे लगी जो गुरुवार रात 11.48 बजे तक
रहेगी। उधर मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं के लिए आठ किलोमीटर क्षेत्र में
बनाए गए आठ स्नान घाट में लोगों के डुबकी लगाने का सिलसिला जारी रहा।
इस
दौरान हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा भी मेला क्षेत्र में
करवाई गई। मेला क्षेत्र में सुरक्षा के लिए पांच हजार से ज्यादा जवानों की
तैनाती रही। ड्रोन कैमरे से भी मेला क्षेत्र में लगातार निगरानी की जाती
रही।
वहीं दूसरी ओर ट्रेनों और बसों से लोगों के आने का क्रम भी
जारी रहा। भीड़ की वजह से जिला प्रशासन द्वारा गंगा पर बने शास्त्री पुल पर
ट्रैफिक सुबह से ही रोक दिया गया। इस दौरान वाराणसी, गोरखपुर, आजमगढ़ रूट
की बसों का संचालन झूंसी से किया गया। चित्रकूट, विंध्याचल के लिए बसें
नैनी से संचालित की गईं। वहीं दूसरी ओर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रेलवे
द्वारा आज मेला स्पेशल ट्रेनों का भी संचालन किया गया।
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