स्व. पीके लाहिड़ी के पुण्यतिथि पर डाक टिकटों का प्रदर्शनी आयोजित

 


गोरखपुर। इंटेक द्वारा स्व. पीके लाहिड़ी के चतुर्थ पुण्यतिथि पर रविवार को बैंक रोड स्थित विवेक होटल में डाक टिकटों का प्रदर्शनी आयोजित की गई। प्रदर्शनी का शुभारंभ मुख्य डाक पोस्टल मास्टर मनीष कुमार ने फीता काटकर किया। बता दें कि स्वर्गीय पीके लाहिड़ी का जन्म 26 जुलाई 1943 को गोरखपुर में प्रतिष्ठित चिकित्सक स्वर्गीय डॉ. केदारनाथ लाहिड़ी के घर हुआ था। स्व. लाहिडी ने गोरखपुर में सबसे पहले हेरिटेज होटल विवेक की स्थापना की। इसके पश्चात उन्होंने इस क्षेत्र में विकास हेतु गोरखपुर के पुरातत्व, ऐतिहासिक स्थलों का अध्ययन प्रारंभ किया। प्रो. जयमल राय, प्रो. हरिशंकर श्रीवास्तव और पूर्व पुरातत्व रेगिस्ट्रीकारन अधिकारी ओमप्रकाश श्रीवास्तव के सहयोग से उन्होंने राजधानी, बुधौलिया, सबुनि का बाग, झंगहा, कुशीनगर एवं पावा नगर सहित अनेक स्थानों से पूरात्विक सामग्री का संग्रह अध्ययन किया। इसके उपरांत उनकी पुस्तक सिवलिजेशन ऐट सरयूपार इन बिगेस्ट पर्सपेक्टिव प्रकाशित हुई।


 

उन्होंने गोरखपुर शहर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वह सदैव प्रयत्नशील रहे। उन्हीं के पहल पर यहां सर्वप्रथम गोरखपुर महोत्सव का आयोजन 1997 में किया गया। इसी क्रम में पर्यटकों के मार्गदर्शन हेतु उनकी दूसरी पुस्तक आईने गोरखपुर प्रकाशित हुई। जो एक संग्रह पुस्तक है। विरासतों के संरक्षण हेतु इंटेक्स गोरखपुर के फाउंडर सह संयोजक के रूप में अनेक कार्यों को उन्होंने किया। जैसे बसंत सराय का संरक्षण, पार्क में मूर्तियां का संरक्षण आदि इसकी गवाह बनी। गोरखपुर विश्वविद्यालय में पूर्वांचल संग्रहालय की स्थापना में उनके द्वारा संकलित बहुमूल्य पुरातात्विक अवशेषों को लाहिड़ी गैलरी में संरक्षित किया गया है।

 


 जो पूर्वांचल में एक तन्हा गैलरी कहा जा सकता है। स्व. लाहिड़ी ने सामाजिक सरोकारों में भी अपनी अग्रणी भूमिका निभाई है। उन्होंने निम्न वर्ग के बच्चों के लिए स्कूल तथा जिला कारागार में बंदी महिलाओं के बच्चों के लिए नर्सरी स्कूल स्थापित कर बच्चों के जीवन को सुधारने का सफल प्रयास किया है। इसके अलावा उन्होंने घरों से निकलने वाले कचरे को पुनः उपयोग के लिए उनके द्वारा अभिनव तरीके से विकसित किया गया। जिससे पूरे जिले में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में नई जागरूकता लाने का प्रयास था। श्री प्रतुल कुमार लाहिड़ी का निधन 4 अप्रैल 2018 में हुआ। इसके ही पद चिन्हों पर चलते हुए उनके सुपुत्र अचिंत लहरी ने भी अपनी भूमिका महत्वपूर्ण को निभा रहे हैं।


 

कार्यक्रम में मुख्य डाक पोस्ट मास्टर मनीष कुमार, रमन कुमार मंडल, डॉ. के के पांडेय, अचिंत लाहिड़ी, पूर्वोत्तर रेलवे के संदीप चौरसिया, एके सिंह, अनिल गुप्ता, अभिषेक कुमार समेत अनेक लोग उपस्थित रहे।

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