आचार्य पंडित राजेश मिश्र,
गोरखपुर। बैशाख पूर्णिमा 26 मई 2021 बुधवार को साल का पहला चंद्र ग्रहण लगा है। भारतीय समय के अनुसार
दोपहर करीब 2 बजकर 17 मिनट से चंद्र ग्रहण शुरू हो चुका है। ये शाम 7 बजकर 19 मिनट पर खत्म होगा।
दुनिया के कई हिस्सों में यह पूर्ण चंद्र ग्रहण के तौर पर नजर आएगा।
हालांकि भारत के कुछ हिस्सों में यह चंद्र ग्रहण आंशिक तौर पर ही नजर आएगा। आइए जानते हैं कि देश-दुनिया
में किन जगहों पर ये ग्रहण बहुत खूबसूरत दिखाई देने वाला है। धार्मिक दृष्टि से यह पूर्ण चंद्र ग्रहण नहीं है बल्कि
उपच्छाया चंद्र ग्रहण है। उपच्छाया चंद्र ग्रहण का कोई धार्मिक प्रभाव नहीं माना जाता है। फिर भी इस दौरान
भजन कीर्तन और रााम नाम का जाप करना चाहिए।
आज लगने वाला चंद्र ग्रहण मुख्य रूप से ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और पूर्वी एशिया में दिखाई देगा। यह प्रशांत,
अटलांटिक और हिंद महासागर के कुछ हिस्सों से भी दिखाई देगा। कई देशों में ये ब्लडमून की तरह दिखाई देगा।
हालांकि भारत में ये कुछ मिनटों के लिए ही आंशिक रुप से दिखाई देगा।
भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों, पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों, ओडिशा के कुछ तटीय हिस्सों और अंडमान-निकोबार
आइलैंड में चंद्रोदय के ठीक बाद आंशिक चंद्रग्रहण दिखाई देगा। चंद्र ग्रहण पूर्णिमा के दिन होता है जब पृथ्वी सूर्य
और चंद्रमा के बीच आ जाती है और ये तीनों पंक्तिबद्ध तरीके से दिखाई देते हैं।
वहीं दुनिया की बात करें तो नासा के अनुसार ये चंद्र ग्रहण अमेरिका और कनाडा, पूरे मेक्सिको, अधिकांश मध्य
अमेरिका और इक्वाडोर, पश्चिमी पेरू, दक्षिणी चिली और अर्जेंटीना में पूर्ण रूप से दिखाई देगा।
भारत के अलावा, नेपाल, पश्चिमी चीन, मंगोलिया और पूर्वी रूस में भी आंशिक चंद्र ग्रहण दिखेगा।
आपको बता दें कि अगला चंद्र ग्रहण 19 नवंबर, 2021 को पड़ेगा और इसे भारत में भी पूर्ण रूप से देखा जा सकेगा।
इस साल का पहला पूर्ण चंद्र ग्रहण कई मायनों में दुर्लभ है। ये ग्रहण वाले दिन सुपरमून कहलाएगा और ब्लड रेड रंग
का होगा। ये दोनों संयोग कई सालों में एक एक बार आता है। वैज्ञानिकों के अनुसार इसे सुपर लूनर इवेंट कहा जाता है।
क्योंकि ये सुपरमून भी होगा, ग्रहण भी होगा और चंद्रमा खूनी लाल रंग का दिखेगा।
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