शिक्षा, चिकित्सा एवं सेवा के क्षेत्र में श्रीगोरक्षपीठ ने जो प्रतिमान खड़ा किया
महाराणा प्रताप शिक्षा के अध्यक्ष एवं पूर्व कुलपति प्रो0 यू0पी0सिंह जी ने कहा कि शिक्षाए चिकित्सा एवं सेवा के क्षेत्र में श्रीगोरक्षपीठ ने जो प्रतिमान खड़ा किया है वह पूरे देश में कहीं दिखाई नही पड़ता। धर्मए आध्यात्म और राष्ट्रीयता को एकसाथ जोड़कर शिक्षा और सेवा के माध्यम से इस लक्ष्य को पूरा करने का सुनियोजित प्रयत्न महन्त दिग्विजयनाथ जी महाराज ने प्रारम्भ किया था। लगातार तीन पीढ़ी तक शिक्षाए चिकित्सा एवं सेवा का जो प्रभावपूर्ण ढांचा महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद् ने खड़ा किया है इसकी दूरदृष्टि महन्त दिग्विजयनाथ महाराज जी ने दी थी। गोरक्षपीठ ने ब्रह्मलीन महन्त दिग्विजयनाथ जी महाराज के समय से ही धर्म के साथ.साथ राष्ट्रीय एवं सामाजिक मुद्दों पर हिन्दू समाज का नेतृत्व किया है। उनके सुयोग्य उत्तराधिकारी के रूप में राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महन्त अवेद्यनाथ जी महाराज के नेतृत्व में उस परम्परा का पूरी तरह से निर्वहन किया। परिणामतः गोरक्षपीठ को देश की जनता का समर्थन प्राप्त हैं। ये दोनों महापुरूष हिन्दू समाज रूपी आकाश में ध्रुव के समान प्रकाशमान नक्षत्र थे। इनके विचार आज भी प्रासंगिक है।
अयोध्या से पधारे जगद्गुरू रामानुजाचार्य स्वामी राघवाचार्य जी महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ महाराज जी एवं राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महन्त अवेद्यनाथ जी महाराज हमारे प्रेरणास्रोत है। पूज्य ब्रह्मलीन दोनों महन्त जी महाराज केवल समाज के लिए नहीं धर्माचार्यो के लिए भी एक आदर्श है। नाथ सम्प्रदाय के होते हुये भी पंथ अथवा अपने सम्प्रदाय से उपर उठकर उन्होंने हिन्दुत्व के लिए कार्य किया और राष्ट्रीय एकता एवं अखण्डता की धुरी बने। पूर्वी उत्तर प्रदेश में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में दोनो महाराज जी का योगदान अद्धितीय है।
श्रद्धान्जलि सभा में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद् की सभी संस्थाओं की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित की गई। डॉ0 शैलेन्द्र प्रताप सिंहए डॉ0 प्रदीप रावए डॉ0 मांगलिका त्रिपाठीए कु अजीथा डी0एस0ए प्रो0 सुमित्रा सिंहए डॉ0 अरविन्द कुमार चतुर्वेदीए डॉ0 अरूण कुमार सिंहए उर्मिला शाहीए रंजना सिंहए शशिप्रभा शुक्लाए सुधीर कुमार सिंहए मेजर पाटेश्वरी सिंहए कलाधर पौड़यालए गोपल कुमार वर्माए बसंत ंिसंहए शशिप्रभा सिंहए डॉ0 चन्द्रजीत यादवए अश्वनी कुमार सिंहए अश्वनी कुमारए रमेश उपाध्यायए अजीत श्रीवास्तवए डॉ0 डी0पी0सिंहए बिग्रेडियर के0पी0बीण्0सिंह आदि ने अपनी.अपनी संस्थाओं की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम का प्रारम्भ दोनों ब्रह्मलीन महाराज जी के चित्र पर पुष्पांजलि से हुआ। वैदिक मंगलाचरण डॉ रंगनाथ त्रिपाठीए श्रीगोरक्षाष्टक पाठ श्री पुनीष पाण्डेयए दिग्विजय स्त्रोत पाठ शिवांश मिश्र ने किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ0 श्रीभगवान सिंह ने किया। सरस्वती वंदना एवं श्रद्धान्जलि गीत महाराणा प्रताप महिला पी0जी0कालेज रामदत्तपुर की छात्राओं ने प्रस्तुत किया। वन्देमातरम दिग्विजयनाथ पी0जी0कालेज के छात्राओं द्वारा प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर महन्त राजनाथ जीए जगद्गुरू स्वामी रामदिनेशाचार्य जी महाराजए पीर गणेशनाथ जी महाराजए श्री जर्नादन सिंहए ब्रह्मचारीदास लाल जीए महन्त शान्तिनाथए योगी कमलनाथए महन्त रविन्द्रदास जीए महन्त प्रेमदास जीए महन्त शिवनारायणदास जीए महन्त परमात्मादास जीए महन्त राममिलनदास जी सहित बड़ी संख्या में सन्तए महात्मा एवं बड़ी संख्या में छात्र.छात्रायें उपस्थित रहें।
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