राजेश प्रभाकर द्वारा नृत्य नाटिका की प्रस्तुति से भावविभोर लोग
सुधा मोदी ने केजरीवाल को किया सम्मानित
गोरखपुर। श्री श्याम गुड़गान समिति गोरखपुर की ओर से दो दिवसीय श्री श्याम गुणगान महोत्सव का आयोजन किया गया। महोत्सव के दूसरे दिन नेपाल रोड स्तिथ शिप्रा लान में रविवार को सरदार रोमी सिंह के भजनों पर झूमे श्रद्धालु। श्री श्याम महाप्रभु के दरबार में भक्तों ने अपनी आस्था व् श्रृद्धा अर्पित की। दो दिवसीय श्री श्याम गुणगान महोत्सव में सरदार रोमी जी अपने मधुर भजनों श्री श्याम बाबा के भजनों पर झूमते रहे बाबा का सुंदर दरबार सजा कर सवामणी छप्पन भोग लगाए गए।कार्यक्रम की शुरुआत बासुकी अग्रवाल सपरिवार सबसे पहले बाबा की पूजा अर्चना और श्याम अखंड ज्योत प्रज्वलित किया। इसके बाद शुरू हुआ भजनों का सिलसिला खलीलाबाद से आय भजन गायक सरदार रोमी सिंह ने अपने भजनों की भक्ति वह गंगा बहाई की लोग देर रात तक बाबा के भजन गंगा गोते लगते रहे। श्याम दरबार के भजनों में तेरी दया से श्याम ते मेरा सच में लगा देना हो तो दीजिए जन्म जन्म के साथ, श्याम श्याम बोल पर जाएगा जीवन सफल तेरा हो जाएगा के धुनों लोग झूमते रहे। भजन संध्या का शुरुआत गणेश वंदना के साथ किया गया। मुंबई से आई राजधानी नट सम्राट राजेश प्रभाकर मंडलोई व उनकी टीम के द्वारा नृत्य नाटिका सहित ध्वनि प्रकाश के माध्यम से प्रस्तुत 'नानी बाई रो मायरो' नाटक के माध्यम से करुणामई माहौल बना दिया। करुणामई प्रस्तुति ने श्याम प्रेमी को भावविभोर कर दिया। संपूर्ण नाटक का सार समाज में व्याप्त दहेज प्रथा पर रहा। जिसमें एक प्रश्न उठता रहा कि क्या लड़की माता पिता पर एक बोझ है। श्री श्याम प्रभु का स्वर्ण आभूषणों से अलंकृत कर श्री श्याम प्रभु के दिव्य शीश का श्रृंगार अत्यंत मनमोहक रहा, ऐसा प्रतीत हो रहा था कि जैसे खाटू धाम साच्छात दरबार में उपस्थित हो गये हो। श्री श्याम ज्योत प्रज्वलित जैसे ही की गई उपस्थित जनसमुदाय ने श्री श्याम प्रभु का जयकारा से दरबार गूंज उठा। ज्योत में आहुति के लिए श्याम भक्तों का तांता लगा रहा। देर रात् श्री श्याम प्रभु का महा आरती एवं प्रसाद वितरण के साथ श्री श्याम महोत्सव समारोह का संपन्न हुआ। कार्यक्रम में नगर विधायक डॉ राधा मोहन दस अग्रवाल, सुधा मोदी, दीपक अग्रवाल, राजेश छाबरिया, अजय अग्रवाल, नीरज जी, रत्नेश कुमार तिवारी के सहित बड़ी संख्या में आसपास के जिले के श्याम भक्तों की सहभागिता रही।
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