गुरूद्वारा जटाशंकर में शुकराना समागम
गोरखपुर। महापुरुष किसी एक जाति, मत, मजहब की सीमा में न बंधकर सर्व कल्याण के लिए संसार में आते हैं। श्री गुरुनानक देव महाराज ऐसे ही दिव्य महापुरुष हुए, जिनके महान आध्यात्मिक ज्ञान ने पूरे विश्व की मनुष्यता को भेद-विभेद से दूर करके सर्व शक्तिमान परमात्मा से जोड़ने का कार्य किया है। उक्त विचार पंजाब से पधारे सिख धर्म के विश्वप्रसिद्ध रागी वीर दविंदर सिंह खालसा (खन्ने वाले) ने व्यक्त किया। पुरे दुनियां में गुरू नानक देव की 550वें प्रकाश पर्व के समापन के बाद जटाशंकर स्तिथि गुरूद्वारा में रविवार को गुरू के सम्मान में विशेष शुकराना समागम का आयोजन किया गया। जिसमें विशेष रूप से पधारे वीर दविंदर सिंह खालसा जी ने अपने मनोहारी गुरूवाणी कीर्तन और खालसा पंथ की मर्यादा के साथ गुरू इतिहास के असीम ज्ञान को बेहद मनोहारी ढंग से प्रस्तुत कर सभी श्रद्धालुओं को निहाल कर दिया। धाराप्रवाह कीर्तन के बीच प्रवचन करते हुए उन्होंने बताया कि जीवन में प्रभु की सच्ची भक्ति और निहस्वार्थ भाव से की गई सेवा दो ऐसे माध्यम हैं, जिसके द्वारा कोई भी इंसान परमात्मा को प्राप्त कर सकता है। सिख धर्म में दस गुरू साहिब और जागत ज्योत श्री गुरू ग्रंथ साहिब के उपदेश मनुष्य को किसी भय, राग, द्वेश, पाखंड, ऊंच-नीच का भेद, फोकट कर्म कांड से दूर रहकर एक अकाल पुरख परमात्मा से जोड़ने का सच्चा मार्ग है। उन्होंने समाज को प्रेरित करते हुए कहा कि गुरू की खुशियां प्राप्त करने के लिए खंडे-बाटे का अमृतपान अवश्य करें, वर्ना मनुष्य जीवन बेकार ही जाएगा। वीरजी ने अपने जत्थे के साथ लगभग दो घंटे तक कीर्तन सत्संग एवं वाहेगुरु नाम सिमरन से संगतों में गुरू के प्रति सच्ची श्रद्धा का संचार किया। इस अवसर पर गुरुद्वारा प्रबंध समिति ने वीरजी और जत्थे के सभी संगियों के साथ वीर त्रिलोचन सिंह, दिल्ली के रागी भाई परमजीत सिंह एवं केशव मृगवानी जी को सिरोपा,शाल व सम्मान पत्र भेंट कर अंदर किया। अंत मे अरदास व हुक्मनामा श्रवण करने के पश्चात सभी श्रद्धालुओं ने एक साथ गुरू का लंगर प्रसाद छका।
कार्यक्रम का संचालन उत्तर प्रदेश पंजाबी एकेडमी के सदस्य जगनैन सिंह नीटू और आभार ज्ञापन अध्यक्ष जसपाल सिंह ने किया।
इस अवसर पर रजिंदर सिंह, अशोक मल्होत्रा, गगन सहगल, मनजीत सिंह भाटिया, केपीएस सैनी, नंदलाल लखमानी, भजन दास, सुमित साहनी, हरप्रीत साहनी, दीपक सिंह, प्रिंस सिंह, पितांबर सिंह, कुलदीप सिंह नीलू, मनजीत सिंह, त्रिलोचन सिंह, जोगेंद्र सिंह, हेमंत चोपड़ा, सोल्टी सिंह, दौलत राम, तेजिंदर सिंह अमृतसरी, अमरजीत सिंह, साधू राम, नीतू उप्पल, बलजीत सिंह सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
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