श्रीरामचरितमानस गायन की कार्यशाला का हुआ शुभारंभ
गोरखपुर। प्रदेश संगीत नाटक अकादमी द्वारा श्रीरामचरित मानस पाठ कार्यशाला का शुभारंभ सोमवार को सरस्वती शिशु मंदिर में किया गया।
मंगल भवन अमंगल हारी, द्रवहु सुदशरथ अजीर बिहारी।
जामवंत के बचन सुहाए, सुनि हनुमंत हृदय अति भाए।
तब लगी मोहि परी खेऊत उम भाई... चौपाई की समधुर गायन बच्चो द्वारा किया गया।
गोरखपुर महोत्सव में बच्चों मंगलभवन अमंगल हारी... गायन की प्रस्तुति गोरखपुर महोत्सव में बच्चों द्वारा प्रस्तुति की जाएगी। प्रदेश संगीत नाटक एकेडमी के संस्कृति विभाग की ओर से 10 दिन की कार्यशाला का शुभारंभ पक्कीबाग स्तिथ सरस्वती शिशु मंदिर में दीप प्रज्वलित के साथ किया गया। संगीत नाटक एकेडमी के सदस्य एवं कार्यक्रम निर्देशक राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि भारतीय संस्कृति से बच्चों को जोड़ने के उद्देश्य एकेडमी द्वारा गोरखपुर महोत्सव में रामचरितमानस के दोहे एवं चौपाइयों का सस्वर गायन की कार्यशाला आयोजित की गई है। लगभग 32 बच्चों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम का प्रशिक्षण सुप्रसिद्ध मानस गायक राजेश कुमार श्रीवास्तव की देखरेख में होगा। साथ में सहयोग करेंगे श्री बृज बिहारी दुबे, अमर चंद श्रीवास्तव एवं अजय कुमार शर्मा। कार्यशाला में तैयार किए गए कार्यक्रम को गोरखपुर महोत्सव में दिनांक 12 जनवरी को दीक्षा भवन गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्रांगण में दोपहर 2:00 बजे से किया जाएगा। कार्यशाला शुभारंभ के अवसर पर विद्यालय के उप प्राचार्य प्रेम धर दुबे ,कीर्ति रमन दास, शिवेंद्र पांडे,अनन्या सिंह, सहित तमाम लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन एवं संयोजन प्रेमनाथ ने किया।
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