मोदी-योगी सरकार में हो रही धर्म की रक्षा:जगदगुरु भीमाशंकर

जगद्गुरु भीमा शंकर ने कहा कि देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में धर्म की रक्षा भी हो रही है। दोनों ही सरकार मानवता की रक्षा के साथ धर्म की रक्षा कर रही हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोनों को ही केदारनाथ धाम आना अच्छा लगता है। जगद्गुरु भीमाशंकर मंदिर की स्वच्छता को देखकर कहा कि हर व्यक्ति स्वच्छता अभियान को अपना प्रदेश को स्वच्छ बनाने में योगदान दें। केदारनाथ धाम रावल के जगद्गुष्ठ ने किया बाबा गोरखनाथ का दर्शन किया। जगद्गुरु धर्म प्रचार यात्रा के सिलसिले में गोरखनाथ मंदिर पहुंचे थे।



प्रचार के सिलसिले में पहुंचा गोररवपुर


गोरखपुर। गोरखनाथ मंदिर में पत्रकारों से मुखातिब जगद्गुरु भीमा शंकर ने बताया कि वे धर्म प्रचार यात्रा के क्रम में नेपाल गए थे। शनिवार को नेपाल से नवलपुर से गोरखपुर पहुंचे केदारनाथ धाम रावल के जगद्गुरु भीमा शंकर लिंगम ने गुरु गोरखनाथ का दर्शन पूजन किया। एक सवाल के जवाब में उन्होंने का कि नेपाल हिन्दू राष्ट्र है। हिन्दू राष्ट्र के सिद्धांत से वह कभी बिमुख नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि कोई कुछ भी बदल सकता है लेकिन खानदान नहीं बदलता। उन्होंने गुरु गोरखनाथ मंदिर की साफसफाई और दर्शन पद्धति की सराहना की। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई दी।


लंबे समय से थी गुरु गोरखनाथ मंदिर आने की इच्छा


जगद्गुरु भीमा शंकर ने कहा कि नाथ पंथ के बारे में उन्होंने किताबों में काफ पढ़ा था। इस कारण गोरखनाथ मंदिर आने की इच्छा लंबे समय से थी। यह इच्छा भी गुरु गोरखनाथ की कृपा से अब पूरी हुई है। गोरखनाथ मंदिर की दर्शन पद्धति की मुक्त कंठ से तारीफकी। बताया कि केदारनाथ धाम में 20 से 25 हजार श्रद्धालुओं के दर्शन की व्यवस्था को लेकर विचार मंथन चल रहा है। पूरी उम्मीद है कि कपाट खुलने से पहले यह व्यवस्था पूर्ण हो जाएगी।


आदिवासियों की भक्ति की शक्ति रवींच ले गई


नेपाल के मध्य बिंदु पर मौजूद आदिवासियों की बस्ती में जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि आदिवासियों की भक्ति की शक्ति उन्हें वहां खींच ले गई थी। बताया कि अपनी धर्म प्रचार यात्रा के क्रम में वह नेपाल गए हुए था। जहां उन्होंने पशुपति नाथ मंदिर के नेपाल.भारत धर्मशाला का उद्घाटन किया। इसके अलावा वहां वह भक्तपुर में मौजूद केदारनाथ के जंगम मठ भी गए।


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