पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के चार दिवसीय कार्यकर्ता बैठक का समापन
गोरखपुर। पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के चार दिवसीय कार्यकर्ता बैठक के अन्तिम दिन सोमवार को सर संघ चालक मोहन भागवत ने कार्य के विस्तार के सम्बन्ध में कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि कार्यकर्ता किसी भी संगठन के विस्तार करने में मुख्य भूमिका निभाता हैं। अपनी ध्येय दृष्टि को लेकर त्याग और समर्पण का सम्बल लेकर सम्पूर्ण समाज के लिए प्रेरक बनकर कार्य करता है। वैचारिक अधिष्ठान के दृढ़ता के कारण किसी भी कार्य के विस्तार हेतु चिन्तन, चर्चा, निर्णय, योजना, परिश्रम पूर्वक कार्य को पूर्ण करना यही हमारे सफलता का मूल मंत्र है। सामूहिक शक्ति के द्वारा संगठन को बल मिलता है और व्यक्ति के निर्माण के दिशा में छोटे.छोटे कार्यक्रमों के माध्यम से संघ संस्कार देता है। जिससे वह कार्य के विस्तार हेतु निज जीवन को अपने कृतृत्वए व्यक्तित्वए समझदारी और भक्ति के द्वारा स्वयं का विकास करते हुए जो कार्य करता निःस्वार्थ बुद्धिए धैर्यए परिश्रमए साहसए त्यागए तपस्याए ध्येयनिष्ठा से निर्माण की दिशा में बढ़ता है वही श्रेष्ठ कार्यकर्ता बनता है।
साथ ही साथ अहंकार से मुक्त होकर जो कार्यकर्ता कार्य करता है वही सात्विक कार्यकर्ता के रूप में संगठन कार्य का विस्तार करता है। संघ यानि शाखाए शाखा यानि कार्यक्रमए कार्यक्रम यानि संस्कारए संस्कार यानि कार्यकर्ताए कार्यकर्ता यानि कार्य का विस्तार करने वाला। इस पद्धति से संघ विगत 95 वर्षो से संगठन के कार्य का विस्तार कर रहा हैए अपना उद्देष्य भी यही है। इस कार्य पद्धति के माध्यम से राष्ट्र को परम वैभव पर ले जाना और सम्पूर्ण विष्व में भारतमाता की जय.जयकार होए इसी स्वप्न को साकार करने के लिए संघ निरन्तर कार्य कर रहा है। व्यक्ति निर्माण से ही राष्ट्र का निर्माण होगा। आने वाले दिनों में सम्पूर्ण देश में ग्रामीण क्षेत्रों के प्रत्येक न्याय पंचायत स्तर पर एवं नगरीय क्षेत्र के बस्ती के स्तर पर शाखा कार्य विस्तार योजना पर चर्चा हुई।
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