प्रशिक्षण : "सरकारी अस्पतालों में सभी टीके सुरक्षित, सुविधा भी नि : शुल्क "
गोरखपुर। गर्भवती, किशोरियों व बच्चों के लिए सरकारी अस्पतालों पर मौजूद सभी आवश्यक टीके मानकों के अनुसार रखे जाते हैं और वह पूरी तरह से सुरक्षित हैं। टीकाकरण की सुविधा अस्पतालों के अलावा सभी एएनएम सब सेंटर पर प्रत्येक बुधवार व शनिवार को निःशुल्क उपलब्ध है। इस सुविधा व मानकों का पालन करना सभी को सुनिश्चित करना चाहिए। यह जानकारी जिला प्रतिरक्षण अधिकारी एसीएमओ डॉ. आईवी विश्वकर्मा ने 07 फरवरी को दी। वह पांच साल में सात बार नियमित टीकाकरण की व्यवस्था में कोल्ड चेन मेंटेन करने की अहम भूमिका निभाने वाले कोल्ड चेन हैंडलर्स के प्रशिक्षण कार्यक्रम को सीएमओ कार्यालय के प्रेरणा श्री सभागार में शुक्रवार को संबोधित कर रहे थे।
एसीएमओ ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तत्वावधान में सीएमओ डॉ. श्रीकांत तिवारी के निर्देश पर जिले के 85 कोल्ड चेन हैंडलर्स प्रशिक्षित किये जा रहे हैं। पहले बैच में 40 हैंडलर्स को प्रशिक्षित किया जा चुका है। प्रशिक्षण में यूनीसेफ के प्रशिक्षक मनोज कुमार श्रीवास्तव और यूएनडीपी के प्रशिक्षक राजीव रंजन व पवन सिंह का तकनीकी सहयोग मिल रहा है।
उन्होंने बताया कि सभी सरकारी अस्पतालों पर आईस लैंड रेफ्रीजरेटर (आईएलआर) में 2 डिग्री सेल्सियस से 8 डिग्री सेल्सियस के बीच के तापमान पर टीके रखे जाते हैं। इन टीकों का तापमान मेंटेन है कि नहीं इस पर नजर रखने के लिए हैंडलर्स, प्रभारी चिकित्साधिकारियों, डीआईओ और स्टेट स्तर तक इविन एप का इस्तेमाल होता है। यह एप तापमान का मेंटेनेंस बिगड़ते ही मैसेज भेज देता है और त्वरित कार्यवाही करते हुए व्यवस्था दुरुस्त कर दी जाती है। दो दिवसीय प्रशिक्षण के प्रतिभागी शिवाकांत मणि ने बताया कि टीके के कोल्ड चेन को मैंटेन करने के लिए हर छोटी-बड़ी जानकारी दी गयी। यह भी बताया गया कि खराब हुए टीकों की पहचान कैसे की जाए।
टीके से नहीं होता कोई नुकसान
सीएमओ का कहना है कि टीकाकरण से कोई नुकसान नहीं होता है बल्कि भविष्य सुरक्षित होता है। टीकाकरण के बाद कभी-कभी बुखार आना सामान्य बात है और इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। उन्होंने ‘’पांच साल में सात बार, छूटे न टीका एक बार’’ का नारा दोहराते हुए बताया कि गर्भवती के लिए टीडी 1, टीडी 2 व टीडी बूस्टर, बच्चे के जन्म के समय ओपीवी 0, हेपेटाइटिस बी बर्थ डोज, बीसीजी, जन्म के छह सप्ताह के भीतर ओपीवी 1, रोटा 1, एफआईपीवी 1, पेंटावैलेंट1 व पीसीवी 1, 10 सप्ताह के भीतर ओपीवी 2, रोटा 2, पेंटावैलेंट 2, 14 सप्ताह के भीतर ओपीवी 3, रोटा 3, एफआईपीवी 2, पेंटावैलेंट 3, पीसीवी 2, 9 से 12 महीने के बीच एमआर1, जेई 1, पीसीवी बी, 16 से 24 महीने के बीच ओपीवी बी, डीपीटी बी 1, एमआर 2, जेई टू, 5 से 6 साल के बीच डीपीटी बी 2, 10 साल की उम्र पर टीडी और 16 साल की उम्र पर लगने वाला टीडी टीका स्वास्थ्य विभाग निशुल्क उपलब्ध कराता है।
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