विश्व कैंसर दिवस 4 फरवरी 2020 को
विश्व कैंसर दिवस पर होमियोपैथिक चिकित्सक डा• रूप कुमार बनर्जी से बात-चीत के दौरान उन्होंने बताया कि कैंसर दुनियाभर में तेजी से फैल रही है और मौत के सबसे बड़े कारणों में से एक है। हालांकि, अच्छी बात यह है कि कैंसर का आज इलाज आसानी से होने लगा है। मगर, अभी भी कई मामलों में जब कैंसर होने का पता चलता है, तब तक काफी देर हो चुकी होती है और इलाज कराने का भी कोई फायदा नहीं मिलता है।
सामान्यत: हमारे शरीर में नई-नई कोशिकाओं (cells) का हमेशा निर्माण होता रहता है, परन्तु कभी-कभी इन कोशिकाओं की अनियंत्रित गति से वृद्धि होने लगती है और यही सेल्स जो अधिक मात्रा में होती हैं एक ट्यूमर के रूप में बन जाती हैं जो कैंसर कहलाता है। इसे कार्सिनोमा (carcinoma),नियोप्लास्म (neoplasm) और मेलेगनंसी (malignancy) भी कहते हैं। लगभग 100 प्रकार के कैंसर होते हैं, और सभी के लक्षण अलग-अलग होते हैं। एक अंग में कैंसर होने पर ये दूसरे अंगो में भी फैलने लगता हैं। वैसे सभी ट्यूमर कैंसर नहीं होते।
किसको होता हैं कैंसर ?
कैंसर किसी भी उम्र के लोगों को हो सकता है। स्त्री, पुरुष, बच्चे किसी को भी हो सकता हैं।
कैंसर के प्रकार
- कार्सिनोमा (CARCINOMA)
- सारकोमा (SARCOMA)
- लिंफोमा और मायलोमा (LYMPHOMA & MYELOMA)
- ल्यूकेमिया(LEUKAEMIA)
- ब्रेन और स्पाइनल कॉर्ड कैंसर (BRAIN & SPINALCORD CANCER)

अगर थोड़ी सी सावधानी बरती जाए, तो कैंसर के लक्षणों को समय रहते पहचान सकते हैं और इस बीमारी का इलाज करा सकते हैं।
यदि गर्मी नहीं होने पर भी और सामान्य मौसम होने पर भी रात में सोते वक्त पसीना अधिक निकलता है, तो आपको सतर्क हो जाने की जरूरत है। यदि यह स्थिति कई हफ्तों से बनी हुई है और पसीना निकलना बंद नहीं हो रहा है, तो चिकित्सक से संपर्क जरूर करें।
अगर बिना किसी वजह और कोई कोशिश किए बिना ही वजन तेजी से कम हो रहा है, भूख लगने में कमी हो रही है, तो यह कैंसर का प्राथमिक लक्षण हो सकता है। अगर, लगातार काफी दिनों से खांसी आ रही है, तो यह लंग कैंसर का शुरुआती लक्षण हो सकता है। अगर खांसी के साथ खून भी आए, तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए। गले में तकलीफ होने पर, खाना निगलने में परेशानी होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।
अगर आंतों में लगातार समस्या बनी रहती है, तो यह कोलेन या कोलोरेक्टल कैंसर का शुरुआती लक्षण हो सकता है। डायरिया और अपच की समस्या इस लक्षण को दर्शाती हैं। इसकी वजह से पेट में गैस और पेट में दर्द की समस्या भी हो सकती है।
अगर मल-मूत्र करने के दौरान खून निकलता है, तो सावधान रहने की जरूरत है। कोलेन कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर अथवा डिम्बग्रंथि कैंसर होने की स्थिति में खून निकलता है और मल-मूत्र त्यागने परेशानी होती है। इसके साथ ही महिलाओं में अगर मासिक चक्र के बाद भी रक्त स्राव नहीं रुकता है, तो महिलाओं को ध्यान देने की जरूरत है।
- बदन दर्द होना या कमजोरी लगना -
अगर शरीर में हमेशा दर्द बना रहता है, लगातार पीठ में दर्द होता रहता है, तो यह कोलोरेक्टल या प्रोस्टेट कैंसर का कारण हो सकता है। इसके अलावा कमर के आस-पास की मांसपेशियों में भी दर्द होता है। बिना ज्यादा मेहनत किए ही अगर जरूरत से ज्यादा थकान लगती है, तो यह भी कैंसर का शुरुआती लक्षण हो सकता है।
कुछ प्रमुख कारण :-
- तम्बाकू या पान मसाला के कारण
- अत्यधिक शराब सेवन के कारण
- मेहनत न करने के कारण
- हेपटाइटिस B और C के कारण
- अनुवांशिक कारण
- किसी प्रकार के इन्फेक्शन के कारण
- किसी दवा के कारण
- आधुनिक जीवन-शैली के कारण
होम्योपथी से कैंसर को काफी हद तक ठीक किया जा सकता है। यदि कैंसर जल्दी डायग्नोसिस हो जाए तो पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है। यह बिना किसी तकलीफ के रोग को ठीक करने वाला उपचार होता है। होम्योपथी में कैंसर के लिए बहुत सारी दवाए हैं l चूंकि कैंसर एक घातक रोग होता हैं, अत: स्वयं चिकित्सा न करें, किसी कुशल होम्योपैथ से ही इलाज करवाना उचित है ।
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