अलक्षणिक मरीजों को भा रही है ये सुविधा, दो दिन में आइसोलेट हुए 145 लोग


  • लेवल-वन के रेलवे अस्पताल और स्पोर्ट्स कॉलेज

  • लेवल-टू  के टीबी अस्पताल

  • 200 बेड के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बने लेवल टू और थ्री के अस्पताल में मरीजों की संख्या फुल



गोरखपुर। अलक्षणिक मरीजों को होम आइसोलेट भा रहा है। यही वजह है कि आदेश के दो दिनों के अंदर 145 मरीज होम आइसोलेट हो गए हैं। यह आंकड़े बुधवार और बृहस्पतिवार के हैं। इस निर्णय के बाद से विभाग ने भी थोड़ी राहत की सांस ली है। क्योंकि अब तक मरीजों को भर्ती करने के लिए विभाग को बेड तलाशने पड़ रहे थे। 


 


शासन की ओर से दो दिन पहले ही होम आइसोलेट के आदेश जारी किए गए हैं। इस आदेश के बाद विभाग ने जांच की गति भी बढ़ा दी है। यही वजह है कि लगातार मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इन मरीजों में 90 प्रतिशत अलक्षणिक हैं।


इन्हीं मरीजों को विभाग भर्ती करने के नाम पर पहले परेशान रहता था। क्योंकि 200-200 बेड के लेवल-वन के रेलवे अस्पताल और स्पोर्ट्स कॉलेज, लेवल-टू के 100 बेड के टीबी अस्पताल, 200 बेड के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बने लेवल टू और थ्री के अस्पताल में मरीजों की संख्या फुल हो चुकी थी।


 


फोन पर ले रहे मामले की जानकारी


होम आइसोलेट के आदेश के बाद दो दिनों के अंदर 145 लोग आइसोलेट हुए हैं। इसके अलावा लेवल-वन में भर्ती मरीज भी अब अपने घर पर आइसोलेट होना चाह रहा है। क्योंकि लेवल-वन के अस्पतालों में बेहतर सुविधा नहीं मिल पा रही है। लेकिन विभाग इन्हें घर जाने की सलाह नहीं दे रहा है। नियम से इन्हें कम से कम 10 दिन तक अस्पताल में रहना पड़ेगा। 


 


होम आइसोलेट हो चुके अलक्षणिक मरीजों को स्वास्थ्य विभाग फोन कर उनके सेहत की जानकारी ले रहा हैं। साथ ही सलाह दे रहा है कि अगर जरा भी दिक्कत होती है तो तत्काल 108 एंबुलेंस को फोन करें। इसके अलावा अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर को कॉल करके तबीयत खराब होने की जानकारी दें।


 


कोरोना के सर्विलांस अधिकारी डॉ एनके पांडेय ने कहा कि जांच में तेजी की वजह से अलक्षणिक मरीज मिले रहे हैं। दो दिनों के अंदर 145 मरीज होम आइसोलेट हुए है। इन मरीजों से शपथ पत्र भराया गया है। फोन पर मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी भी ली जा रही है।


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