एम्स में बनेगा लेवल वन और टू अस्पताल, सीएम योगी ने दिए निर्देश



  • मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद 100 बेड का अस्पताल बनाने की तैयारी शुरू 

  • दो दिन के अंदर रेलवे में शुरू होगा लेवल-टू का 25 बेड 

  • मुख्यमंत्री ने रेलवे अस्पताल में लिया तैयारियों का जायजा 


गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को एम्स की ओपीडी का निरीक्षण किए। करीब सात मिनट तक एम्स परिसर में रहे। एम्स की डायरेक्टर डॉ. सुरेखा किशोर को निर्देश दिया कि कोविड-19 लेवल-वन व टू अस्पताल जल्द सेे जल्द बनाया जाए। डॉ सुरेखा किशोर ने बताया कि एम्स का निर्माण कार्य कर रहे कार्यदायी संस्था ने 30 जुलाई तक अस्पताल बना कर देने का वादा किया है।


जैसे ही हमे बिल्डिंग मिल जाती है, उसके 15 दिनों के अंदर कोरोना मरीजों के लिए अस्पताल तैयार कर देंगे। अस्पताल बनाने के लिए आवश्यक संसाधन चाहिए होंगे। इसके लिए मंत्रालय को फाइल भेज दी गई है।


बताया कि पहले 50 बेड का अस्पताल तैयार किया जाएगा। इसमें लेवल-वन के मरीज भर्ती रहेंगे। इसके बाद बेडों की संख्या बढ़ाकर 50 और की जाएगी। इसमें लेवल-टू के मरीज भर्ती होंगे। बताया क एम्स में 50-50 बेड का लेवल वन एवं टू कोविड वार्ड बनाया जाएगा।


उन्होंने कहा कि अगर समय से आईपीडी (अंतरंग रोगी विभाग) मिल गया होता तो हम लोग कोविड मरीजों को बेहतर चिकित्सा मुहैया करा सकते थे। लेकिन कोरोना की वजह से आईपीडी समय से तैयार नहीं हो सका।


रेलवे अस्पताल में अब भर्ती होंगे लेवल-टू के मरीज  
इसकी वजह से थोड़ी देरी हो रही है।  कहा कि फिर भी एम्स कोविड -19 से लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है। हमारी डॉक्टरों, स्टाफ नर्स सहित अन्य टीम कोविड मरीजों का पूरा ख्याल रखेगी।


एम्स में निरीक्षण से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रेलवे अस्पताल में बन रहे कोविड लेवल- टू के बेडों का निरीक्षण किया। सीएम ने कहा कि मरीजों को किसी भी तरह की असुविधा नहीं होनी चाहिए। ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए।


इस बीच उन्होंने रोबोटिक ट्रॉली का उद्घाटन किया। इस ट्रॉली का उपयोग मरीजों को दूर से ही दवा एवं भोजन देने के लिए किया जाएगा। इससे काफी हद तक पीपीई किट की बचत होगी। साथ ही दूर से ही ट्रॉली के जरिए मरीजों का बुखार भी नापा जाएगा।


रोबोटिक ट्रॉली यांत्रिक कारखाना गोरखपुर में बनाया गया है। सीएमओ ने बताया कि लेवल-टू के 25 बेड प्रशासन के सहयोग से बना है। इसमें नौ बेड पर वेंटिलेटर की व्यवस्था है। पांच बेड मैकेनिकल वेंटिलेंटर चार बेड नॉन-इनवेसिव वेंटिलेंटर है। अस्पताल में मरीजों को भर्ती करने का सिलसिला दो दिनों में शुरू कर दिया जाएगा।


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