घर की कुण्डी या दरवाजा छुएं और खटखटाएं वगैर गर्भ निरोधक साधनों को लोगों तक पहुंचाएंगी आशा

आशा संभालेंगी परिवार नियोजन की पूरी जिम्मेदारी


गर्भ निरोधक साधनों के बारे में चर्चा कर लोगों तक पहुंचाएंगी आशा 


इस दौरान आशा कार्यकर्ता कोविड-19 प्रोटोकाल का करें पूर्ण पालन 



गोरखपुर। कोविड-19 के माहौल में भी परिवार नियोजन कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने पर चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग का पूरा जोर है। परिवार कल्याण कार्यक्रमों के बारे में जनजागरूकता और परिवार नियोजन साधनों की लोगों तक उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए शुक्रवार को आशा कार्यकर्ताओं की फ़ौज को अहम् जिम्मेदारी सौंपी गयी है। कोरोना के चलते बदली परिस्थितियों में उन्हें जरूरी हिदायतें भी दी गयीं हैं ताकि वह खुद सुरक्षित रहने के साथ ही दूसरों को भी सुरक्षित बना सकें।


मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. श्रीकांत तिवारी का कहना है कि परिवार कल्याण कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के लिए आशा कार्यकर्ताओं को उन दम्पत्तियों से जरूर बात करनी है, जिनको परिवार नियोजन की आवश्यकता है। ऐसे लक्षित दम्पत्तियों को उनकी पसंद के अनुसार गर्भ निरोधक साधनों जैसे-माला-एन, छाया, सी पिल्स एवं कंडोम उपलब्ध कराना है । इसके अलावा जो महिलाएं अंतरा गर्भनिरोधक इंजेक्शन की सुविधा लेना चाहती हों उनको आशा स्वास्थ्य इकाई तक लेकर जाएं । ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस (वीएचएनडी) सत्र के दौरान गर्भ निरोधक गोलियां (माला-एन, छाया) और कंडोम उपलब्ध करायी जायें और जरूरी परामर्श दिया जाए । 


एसीएमओ आरसीएच डॉ. नंद कुमार ने कहा है कि आशा कार्यकर्ताओं को चाहिए कि वह वह हर दंपत्ति को प्रेरित करें कि वह गर्भ निरोधक साधन का इस्तेमाल करें ताकि अनचाहे गर्भ और गर्भपात की कोई सम्भावना न रहे क्योंकि अनचाहा गर्भ परिवार के सपनों और संसाधनों को सीमित करता है । गृह भ्रमण के दौरान इन बातों का रखें ध्यान: - आशा कार्यकर्ता मास्क जरूर लगाएं, - हाथों को बार-बार साबुन-पानी से धोएं, - कम से कम दो गज की दूरी से बात करें, - घर की कुण्डी या दरवाजा न छुएं और न खटखटाएं - आवाज देकर परिवार के सदस्यों को बुलाएं व बात करें।


Comments