गोरखपुर जेल में दो बंदी मिले कोरोना पॉजिटिव, बैरक को किया जा रहा सैनिटाइज


  • पहली रिपोर्ट निगेटिव आने पर अस्थायी जेल से किया था शिफ्ट

  • दूसरी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद हड़कंप, रेलवे अस्पताल भेजा गया

  • जिस मिलेनियम बैरक में दो दिनों तक रखा गया वहां हैं पचास बंदी



गोरखपुर। मंडलीय कारागार के दो बंदियों की कोरोना जांच की रिपोर्ट सोमवार को पॉजिटिव आई है। इसके बाद दोनों को रेलवे अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। दो दिन पहले ही दोनों की पहली रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद अस्थायी जेल से मंडलीय कारागार की मिलेनियम बैरक में शिफ्ट कराया गया था। अब दूसरी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद जेल प्रशासन सकते में है।


दोनों के साथ दो दिनों तक मिलेनियम बैरक में रहने वाले करीब पचास बंदी भी संक्रमण की आशंका से डरे हुए हैं। जेल प्रशासन अब मिलेनियम बैरक समेत मुख्य जेल के अस्पताल, अन्य बैरक, डिप्टी जेलर का कार्यालय और अस्थायी जेल को सैनिटाइज कराएगा। साथ ही मिलेनियम बैरक में दोनों के साथ रहने वाले पचास बंदियों की भी जांच कराई जाएगी। इसके अलावा संपर्क में आने वाले जेलकर्मियों की भी जांच होगी।


मुख्य जेल में बंदियों के बीच संक्रमण न फैले इसके लिए डेयरी कॉलोनी में रेलवे के सामुदायिक भवन में अस्थायी जेल बनाई गई है। पिछले दो जुलाई से जेल आने वाले हर नए बंदी को अस्थायी जेल में रखा जा रहा है। वहां से उन्हें अस्पताल भेजकर कोरोना की एंटीजन जांच कराई जा रही है। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही अस्थायी जेल से बंदियों को मुख्य जेल में शिफ्ट किया जा रहा है।


अस्थायी जेल में अबतक करीब सौ बंदी आ चुके हैं, जिनकी कोरोना की जांच कराई गई है। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें मंडलीय कारागार की मिलेनियम बैरक में शिफ्ट कर दिया गया। इनमें दो बंदियों की पीसीआर रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिसके बाद सोमवार को दोनों को मुख्य जेल के मिलेनियम बैरक से रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया।


 


एक अपहरण तो दूसरा दहेज हत्या का है आरोपी


कोरोना पॉजिटिव आने वाले एक बंदी को कैंपियरगंज पुलिस ने किशोरी के अपहरण के आरोप में आठ जुलाई को गिरफ्तार कर जेल भेजवाया था। वह इलाके के बलुआ का रहने वाला है। वहीं दूसरे बंदी को आठ जुलाई को गोला पुुलिस ने दहेज हत्या, दहेज उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजवाया था। वह चाड़ी का रहने वाला है। अस्थायी जेल में रखे जाने के बाद दोनों की नौ जुलाई को टीबी अस्पताल में जांच कराई गई थी। जिसमें एंटीजन रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद दोनों को मुख्य जेल में शिफ्ट कराया गया था।


 


अन्य बंदियों की भी होगी जांच


एंटीजेन रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद दस जुलाई को दोनों को मुख्य जेल की मिलेनियम बैरक में भेजा गया था। रविवार को दोनों की पीसीआर रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। जिसके बाद दोनों को अस्पताल भेजा गया। जेल प्रशासन के अनुसार दोनों में कोरोना का एक भी लक्षण नहीं दिखाई दे रहा है। इसलिए अन्य बंदियों की भी जांच का निर्णय लिया गया है। वहीं अस्थायी जेल में आए करीब सौ बंदियों में से अधिकांश मुख्य जेल जा जा चुके हैं। रविवार की शाम तक केवल 17 बंदी ही अस्थायी जेल में थे।


दोनों बंदियों की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही उन्हें मुख्य जेल लाया गया था। अब उनकी रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पॉजिटिव आ गई है। लिहाजा मुख्य जेल से उन्हें रेलवे अस्पताल भर्ती कराया गया है। जिस मिलेनियम बैरक में ये अन्य पचास बंदियों के साथ थे उनकी भी जांच कराई जाएगी। साथ ही अस्थायी जेल, मुख्य जेल को सैनिटाइज कराया जाएगा।


- डॉ रामधनी, प्रभारी डीआईजी जेल/ वरिष्ठ जेल अधीक्षक


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