इन बातों का रखें ध्‍यान वरना रूठ जाएंगी देवी लक्ष्‍मी

जब धन संचय के सारे प्रयास हों विफल



आपने कभी सोचा है क‍ि तमाम प्रयासों के बावजूद धन आता तो है लेक‍िन रुकता नहीं है। रोज नई-नई समस्‍याएं सामने आकर खड़ी हो जाती हैं जिसके चलते दूसरों से उधार लेने की भी नौबत आ जाती है। यान‍ि क‍ि धन संचय के सारे प्रयास व्‍यर्थ जाते हैं। जानते हैं ऐसा क्‍यों होता है? आख‍िर क्‍यों देवी लक्ष्‍मी रूठ जाती हैं। इन सारे सवालों के जवाब इस स्‍टोरी में हैं आइए जानते हैं अयोध्यावासी ज्‍योत‍िषशास्‍त्री नित्यानंद त्रिपाठी से…


रात के समय रखें इस बात का ख्‍याल



ज्‍योत‍िषशास्‍त्र के अनुसार रात के समय खाने में कभी भी दही का प्रयोग नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से धन हानि होती है। इसके अलावा चावल और सत्‍तू भी नहीं खाना चााहिए क्‍योंक‍ि कहा जाता है क‍ि इससे मां लक्ष्‍मी का निरादर होता है। इसका परिणाम यह होता है कि व्‍यक्ति को आर्थिक कष्‍ट का सामना करना पड़ता है। इसलिए रात में इन वस्‍तुओं का सेवन नहीं करना चाहिए।


कहीं गलत द‍िशा में तो नहीं करते भोजन



ज्‍योत‍िषशास्‍त्र के अनुसार भोजन करते समय मुख की द‍िशा का ख्‍याल रखना जरूरी होता है। कहते हैं क‍ि जब भी भोजन करने बैठें तो मुख पूर्व या फिर उत्‍तर की ही ओर होना चाहिए। अन्‍यथा धन हानि होती है। इसके अलावा कभी भी जूते पहनकर भोजन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से देवी लक्ष्‍मी रूठ जाती हैं और जातक को धन हान‍ि होने लगती है।


इस आदत से होती है भारी धन हान‍ि



ज्‍योत‍िषशास्‍त्र के अनुसार अगर किसी को नाखून चबाने या दातों से काटने की आदत है, तो तुंरत ही ऐसा करना बंद कर दें। अन्‍यथा भारी धन हानि झेलनी पड़ सकती है। इसके अलावा रात में सोने से पहले हमेशा पैर धोने की आदत डालें। लेक‍िन ध्‍यान रखें क‍ि गीले पैर न सोएं। अन्‍यथा ऐसा करने से भी मां लक्ष्‍मी रूठ जाती हैं।


पूजा घर में रखें इस बात का ख्‍याल



ज्‍योत‍िषशास्‍त्र के अनुसार पूजा घर में देवी-देवताओं को चढ़ाए गए फूलों को कभी भी एकत्रित करके न रखें। अमूमन देखा गया है क‍ि लोग पूजा के फूलों को इकट्ठा करके बाद में व‍िसर्जित करने के ल‍िए रख लेते हैं। कहा जाता है क‍ि सूखे हुए फूलों को रखने से मां लक्ष्‍मी नाराज होती हैं और वह उस घर या व्‍यक्ति के पास नहीं रुकतीं। इसलिए नियम‍ित तौर पर पूजा के फूलों को क‍िसी फुलवारी में डाल दें।


पव‍ित्र नद‍ियों के जल संग्रहण की द‍िशा का ख्‍याल



ज्‍योत‍िषशास्‍त्र के अनुसार घर में यदि पवित्र नदियों के जल का संग्रहण किया जाए तो यह घर में मां लक्ष्‍मी की कृपा बरसाता है। लेक‍िन इसमें एक बात का व‍िशेष ध्‍यान रखना होता है। वह है जल पात्र की द‍िशा। यान‍ि अगर जल पात्र सही द‍िशा में न रखा जाए तो यह व‍िपरीत प्रभाव देता है। इसके अलावा ध्‍यान रखें कि जब भी जल पात्र रखें तो उसकी दिशा ईशान कोण होनी चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्‍मी प्रसन्‍न होंगी और आने वाली धन संबंधी परेशानियां दूर हो जाती हैं।


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