कोरोना के इलाज में एक और बड़ी सफलता, इस दवा से 79 फीसदी कम हुआ खतरा

कोरोना के इलाज में एक और बड़ी सफलता, इस दवा से 79 फीसदी कम हुआ खतरा



रितूराज,


नई दिल्ली। कोरोना की वैक्सीन बनाने का काम जोर-शोर से जारी है। इस समय भारत, अमेरिका, रूस, चीन और ब्रिटेन समेत दुनियाभर में 23 वैक्सीन पर काम चल रहा है। दावा किया जा रहा है कि सितंबर तक इस जानलेवा बीमारी की वैक्सीन बाजार में उपलब्ध हो जाएगी। हालांकि जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती, तब तक दवाइयों के सहारे कोरोना मरीजों को ठीक करने का काम किया जा रहा है। डेक्सामेथासोन, हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन और रेमडेसिविर जैसी दवाइयां कोरोना मरीजों के इलाज में कारगर साबित हुई हैं। इस बीच ब्रिटेन की कंपनी सिनर्जीन (Synairgen) ने एक अन्य दवा की मदद से कोरोना मरीजों के इलाज में सफलता का दावा किया है। कंपनी के मुताबिक, उसकी दवाई से कोरोना मरीजों के गंभीर रूप से बीमार होने का खतरा 79 फीसदी तक घट गया है। आइए जानते हैं इस 'जीवनरक्षक दवा' के बारे में...


 


कौन सी दवा है? 


इस दवा का नाम SNG001 है। यह इंटरफेरोन बीटा प्रोटीन पर आधारित दवा है। इस प्रोटीन को वायरल संक्रमण होने पर शरीर उत्पन्न करता है। ब्रिटेन की दवा कंपनी सिनर्जीन (Synairgen) ने दावा किया है कि इस दवा के इस्तेमाल से से कोरोना के मरीजों को काफी फायदा हो रहा है। 


 


कैसे काम करती है यह दवा? 


इस दवा के अंदर एंटीवायरल प्रोटीन होता है, जिसे सूंघकर लिया जाता है। यह धुंध के रूप में फेफड़े तक पहुंचता है। इसके इस्तेमाल से न सिर्फ कोरोना मरीजों के गंभीर रूप से बीमार होने का खतरा कम हुआ बल्कि जिन मरीजों को यह दवा दी गई, वो जल्दी ठीक भी हो गए यानी जिन मरीजों को ठीक होने में 9 दिन का समय लग रहा था, वो 6 दिन में ही ठीक हो गए।


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