कोरोना वैक्सीन : 1000 में मिलेगी ऑक्सफर्ड वैक्सीन!

कोरोना महामारी (corona pandemic) ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया है। दुनिया का सुपरपावर अमेरिका से लेकर भारत तक इस जानलेवा वायरस की वजह से मुसीबत झेल रहा है। कोविड-19 (covid-19 vaccine updates) की वैक्सीन बनाने के लिए दुनिया के तमाम देशों के वैज्ञानिक जूझ रहे हैं। अबतक डेवलपमेंट में सबसे ऐडवांस्‍ड मानी जा रही ऑक्‍सफर्ड यूनिवर्सिटी (oxford corona vaccine)-अस्‍त्राजेनेका की वैक्‍सीन हासिल करने के लिए कई देश पहले ही करार कर चुके हैं। दूसरी तरफ, अमेरिकन कंपनी मॉडर्ना भी क्लिनिकल ट्रायल का लास्‍ट स्‍टेज शुरू करने वाली है। चीन की दो वैक्‍सीन अलग-अलग देशों में फेज 3 ट्रायल से गुजर रही हैं। भारत में डेवलप हुईं दो कोरोना वैक्‍सीन- Covaxin और Zycov-D का ह्यूमन ट्रायल भी जारी है।



कोरोना वायरस की चपेट में लगभग पूरी दुनिया है। इस बीमारी के कारण लाखों लोग मारे गए हैं। मानव इतिहास की इसे सबसे बड़ी त्रासदी और महामारी कहा जा रहा है। ऐसे में तमाम देशों के वैज्ञानिक किलर कोरोना की वैक्सीन की जद्दोजहद कर रहे हैं। कई देश इसके बेहद करीब भी पहुंच चुके हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि जल्द ही इस बीमारी से निपटने के लिए वैक्सीन (corona vaccine update) दुनिया को मिल सकती है।
1,000 में मिलेगी ऑक्सफर्ड वैक्सीन!



दुनिया को कोरोना महामारी से बचाने के लिए हर संभव कोशिश चल रही है। इस बीच, भारत के सीरम इंस्टीट्यूट ने ऑक्‍सफर्ड यूनिवर्सिटी-अस्‍त्राजेनेका की वैक्‍सीन की 1 अरब डोज बनाने की बात कही है। सीरम इंस्टीट्यूट के CEO अदर पूनावाला ने 'न्यू इंडियन एक्सप्रेस' को बताया कि भारत में वैक्सीन का ट्रायल अगले महीने शुरू होगा। उन्होंने कहा कि इस वैक्सीन की कीमत का ध्यान रखा जाएगा और यह 1000 रुपये से कम में भारत में उपलब्ध होगी।


भारत में भी वैक्सीन पर बड़ी तैयारी



देश के सबसे बड़े अस्पताल एम्स में कोरोना वैक्सीन का ट्रायल शुरू हो चुका है। एम्‍स दिल्‍ली देश की उन 12 जगहों में से एक है जहां Covaxin का ट्रायल हो रहा है। यहां का सैंपल साइज पूरे देश में सबसे बड़ा है इसलिए यहां के नतीजे पूरी रिसर्च की दिशा तय करेंगे। एम्‍स पटना और रोहतक पीजीआई में वैक्‍सीन का ट्रायल पहले ही चल रहा है। गोवा में भी आज से ट्रायल की प्रक्रिया शुरू हो रही है।


WHO विशेषज्ञ बोले- 2021 से पहले वैक्सीन नहीं


जानलेवा कोरोना वायरस को हराने में लगी दुनिया को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के एक विशेषज्ञ ने झटका भी दिया है। WHO के आपातकालीन प्रोग्राम के हेड माइक रेयान ने कहा है कि अभी कोरोना के वैक्सीन के ट्रायल लास्ट स्टेज में जरूर हैं लेकिन इसका प्रयोग 2021 से शुरुआत से पहले होनी की उम्मीद कम है। उन्होंने कहा, 'हम अच्छी प्रगति कर रहे हैं। कई वैक्सीन का तीसरे ट्रायल फेज में है और जहां तक सुरक्षा और इम्युन सिस्टम डेवलप करने की बात है तो अभीतक कोई भी असफल नहीं हुआ है।'


दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी की तैयारी


दुनिया की सबसे बड़ी वैक्‍सीन निर्माता कंपनी, सीरम इंस्‍टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) अगले महीने से कोरोना वैक्‍सीन का इंसानों पर ट्रायल शुरू करने जा रहा है। कंपनी को साल के आखिर तक वैक्‍सीन तैयार करने की उम्‍मीद है। SII ने ऑक्‍सफर्ड यूनिवर्सिटी से वैक्‍सीन बनाने का करार तो किया ही है, कई और वैक्‍सीन कैंडिडेट्स पर भी काम कर रही है। AstraZeneca के साथ मिलकर उसने ऑक्‍सफर्ड वाली वैक्‍सीन की 1 बिलियन डोज सप्‍लाई करने का टारगेट रखा है।


चीन भी है वैक्सीन की रेस में


चीन भी कोरोना वैक्सीन की रेस में है। कई बार ड्रैगन ने दावा किया है कि उसकी वैक्सीन सबसे बेहतर होगी। अमेरिका से लेकर ब्रिटेन तक वैक्सीन रिसर्च अडवांस स्टेज में पहुंच चुकी है। दुनिया की टॉप 20 कोविड-19 वैक्‍सीन में से आठ चीन की हैं। वहां की तीन वैक्‍सीन ट्रायल के आखिरी स्‍टेज में हैं।


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