राम मंदिर बनेगा पूरे भारत वर्ष के प्रमुख स्थानो के पवित्र रज व जल से राष्ट्र मंदिर : प्रदीप पांडेय


  • राम मंदिर के साथ साथ राष्ट्र मंदिर बनेगा यह इसलिए पूरे भारत वर्ष के प्रमुख स्थानो के पवित्र रज व जल को मंदिर के नीव मे डाला जा रहा : प्रदीप पांडेय

  • चम्पत राय के हाथों मे सौंपा गया पवित्र जल और मिट्टी



गोरखपुर। विश्व हिन्दू परिषद् गोरक्षप्रांत के पवित्र स्थानो के रज व ज़ल को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के नीव मे पड़ने के क्रम में गुरु गोरक्षनाथ मंदिर, तरकुलहा माता मंदिर, बलिया स्थित भृगु आश्रम, देवरिया के देवरहवा बाबा आश्रम, कुशीनगर के बौद्ध निर्वाण स्थली, कुशीनगर के रामकोला मंदिर, बस्ती के श्रृंगीनारी, मखौडा धाम, मगहर के कबीर स्थल, बड़हलगंज सरयू जल एकत्र कर के भूमि पूजन से पहले ही गोरक्षप्रांत के संगठन मंत्री प्रदीप पांडेय के हाथों सौंप कर अयोध्या भेजा जा चुका है। जहाँ इस मिट्टी व जल को प्रदीप पांडेय ने ट्रस्ट के महामंत्री चम्पत राय को अपने हाथों से सौंपा


आपको यह भी बताते चलें की गोरक्षप्रांत के लिए ये हर्ष का विषय है कि प्रदीप पांडे हम सबका प्रतिनिधित्व करनें एवं वहाँ की ब्यवस्थाओ में सहभागिता हेतु उन्हें अयोध्या संगठन के तरफ से बुलाया गया है।


प्रांत संगठन मंत्री प्रदीप पांडेय ने कहा है कि राष्ट्र मंदिर बनने के तरफ अग्रसर है ये राम मंदिर इसीलिए पूरे राष्ट्र की मिट्टी व जल जन्मभूमि के नीव मे पड़ रहा है।


 


श्री राम जन्मभूमि पर कल पांच अगस्त को होने वाले भूमि पूजन मे सम्पूर्ण भारत वर्ष के तीर्थ स्थल से जा चुका है।


 यह पवित्र मिट्टी राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय अयोध्या मे ट्रस्ट को सौंपा भी जा चुका है।


प्रांत संगठन मंत्री प्रदीप पांडेय ने कहा कि पांच सौ वर्ष की लड़ाई मे विजय प्राप्त हुई है यह अपने आप मै गौरव का विषय है, राम जन जन के हृदय मे व्याप्त है, परन्तु वैश्विक महामारी कोरोना के कारण जनता का अयोध्या जाना उचित नही है। इस लिए सम्पूर्ण भारत वर्ष के पवित्र स्थलों की मिट्टी व पवित्र नदियों के जल को भूमि पूजन मे जनता के भागीदारी बनने के प्रतीक के रूप मे भेजा गया है। जिससे जनमानस अपने को राम मंदिर निर्माण से जुड़ा महसूस करे, यह पवित्र मिट्टी व जल भूमि को राम मंदिर निर्माण के नीव मे डाला जाएगा।


प्रदीप पांडेय के अनुसार राम मंदिर सामाजिक समरसता का एक अभूतपूर्व उदाहरण बनेगा तथा अयोध्या के साथ ही एक एक राम मंदिर हर जिले मे व गांवों तक बनाना है। जिससे समाज का अंतिम व्यक्ति राम से जुड़कर अपने को गौरवान्वित महसूस करे व राम के पदचिह्नो पर चलकर भारत को विश्व गुरु बनाने मे सहयोग करे। कोविड- 19 को ध्यान में रख कर सम्पूर्ण समाज अपने अपने घरों से ही 5 अगस्त को अयोध्या भगवान राम के जन्म भूमि के तरफ मुख कर दिन में पुष्पांजलि तथा घन्टा, घड़ियाल, शंख ध्वनि करें।  


शाम को घर घर दीप जलाये यही आज के परिस्थिति में प्रसन्नता ब्यक्त करनें का उचित माध्यम होगा।


इस दौरान प्रांत सह संगठन मंत्री समेत कुछ प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित रहे।


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