संक्रमण बढ़ने के बावजूद वायरस हो रहा है कमजोर, एक माह में 47 प्रतिशत से अधिक मरीज हो गए ठीक


  • कोरोना वायरस हो रहा है कमजोर, यहां ठीक हो गए एक माह में 47 प्रतिशत से अधिक मरीज

  • कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ी है, इसके बावजूद यहां ठीक हो गए जुलाई में 833 मरीज

  • 31 जुलाई तक कुल 922 मरीज हो चुके हैं ठीक

  • अब तक कुल 44 प्रतिशत मरीज ठीक हो चुके हैं



गोरखपुर। शहर में भले ही कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, लेकिन सुखद यह भी है कि मरीजों के ठीक होने की रफ्तार भी बढ़िया है। 47 प्रतिशत अलक्षणिक मरीज केवल जुलाई में ही ठीक हो गए हैं। इन मरीजों में कोरोना के कोई खास लक्षण नहीं है। जबकि पहले अलक्षणिक मरीजों को ठीक होने में कम से एक सप्ताह का समय लगता था। विशेषज्ञों का कहना है कि वायरस थोड़ा कमजोर हुआ है। दूसरी ओर से जो मरीज ठीक हो रहे हैं। उनकी इम्युनिटी भी बेहतर है।


कोरोना मरीजों का इलाज करने वाले डॉ अश्वनी मिश्रा बताते हैं कि अलक्षणिक मरीज जिनकी उम्र 35 साल के अंदर है। उनके ठीक होने की रफ्तार सबसे बढ़िया है। ऐसे मरीज दो से तीन दिनों के अंदर ठीक हो रहे हैं। इन्हें दवा के नाम पर केवल एंटी बायोटिक दी गई है। खान-पान का बेहतर ध्यान रखा जा रहा है।


उन्होंने बताया कि जिन मरीजों को पहले से कोई बीमारी है, केवल उन्हीं मरीजों में समय लग रहा है। बताया कि मासूम बच्चों के भी ठीक होने की रफ्तार बेहद अच्छी है। उन्हें दवा के नाम पर महज एंटी बायोटिक दी गई है। वह भी केवल शुरुआती एक दो दिनों में। बाकी दिनों में मां का दूध देने की सलाह दी गई है। बताया कि कई मासूम अलक्षिणक मिले हैं, जो जल्द ठीक होकर घर भी जा चुके हैं। रेलवे अस्पताल की बात करें तो पिछले चार दिनों के अंदर 60 से अधिक मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं।


 


जांच के दो दिन बाद ही आ गए निगेटिव


रेलवे अस्पताल में भर्ती 40 से अधिक मरीज ऐसे मिले हैं, जो कोरोना संक्रमित होने पर भर्ती हुए। लेकिन महज दो दिन बाद उनकी रिपोर्ट निगेटिव आ गई। रेलवे अस्पताल से अब तक 736 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। इनकी उम्र 15 से 50 साल के बीच में रही है।


31 जुलाई तक कोरोना मरीजों की संख्या इस प्रकार रही।


कुल संक्रमित 2125, एक्टिव केश 1152, मौत 51 और 922 लोग ठीक हो कर घर गए।


 


माह     संक्रमित     एक्टिव      मृत्यु      डिस्चार्ज


अप्रैल -       02            02      00          00


मई-            78           55       06          45


जून-         265         186       07          44


जुलाई-    1780         911      38         833


 


10 दिन तक भर्ती रखना गाइडलाइन में


सीएमओ डॉ श्रीकांत तिवारी ने बताया कि अलक्षणिक मरीजों के ठीक होने की रफ्तार अन्य जगहों की अपेक्षा जिले की सबसे बढ़िया है। दो से तीन दिनों में मरीज ठीक हो जा रहे हैं। लेकिन शासन की गाइडलाइन के मुताबिक ठीक होने के बाद भी कम से कम 10 दिनों तक मरीजों को कोरोना वार्ड में रहना है।


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