गोरखपुर लिंक एक्‍सप्रेस-वे के लिए तालाबों से निकाली जाएगी मिट्टी, आठ चिन्हित

 


गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के निर्माण में मिट्टी पाटने के काम में तेजी लाने के लिए जिला प्रशासन तालाब चिन्हित करा रहा है। तालाबों से मिट्टी निकालने से दोहरा लाभ होगा। एक तरफ जहां एक्सप्रेस-वे के लिए मिट्टी मिल जाएगी वहीं तालाब भी साफ-सुथरे और गहरे होकर अपने अस्तित्व में आ जाएंगे। अभी तक आठ तालाबों को इसके लिए चिन्हित कर मिट्टी निकालने की अनुमति दी जा चुकी है।


गोरखपुर। लिंक एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य चल रहा है। दो पुलिया का काम लगभग पूरा हो चुका है लेकिन काम को गति देने में मिट्टी की कमी आ रही है। 10 दिसंबर को निर्माण कार्य की समीक्षा करने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने भी यह समस्या उठायी गई थी। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को मिट्टी की व्यवस्था करने को कहा था। 

कार्यदायी संस्था की ओर से 44 तालाबों की सूची दी गई है लेकिन जिला प्रशासन विभिन्न परिस्थितियों को देखते हुए स्थलीय सत्यापन कर तालाबों का चयन कर रहा है। एसडीएम एवं तहसीलदार को तालाबों का चयन करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही मिट्टी की व्यवस्था के लिए अन्य संसाधनों पर भी ध्यान दिया जा रहा है।


बाढ़ग्रस्त क्षेत्र और बंधे के किनारे के तालाबों से मिट्टी निकालने की अनुमति नहीं

कार्यदायी संस्था की ओर से दी गई तालाबों की सूची में कुछ बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र एवं बंधे के किनारे के तालाब भी हैं। जिला प्रशासन यहां स्थित तालाबों से मिट्टी निकालने की अनुमति देने के पक्ष में नहीं है। तर्क है कि बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में मिट्टी की खुदाई होने से खतरा और बढ़ जाएगा। इसी तरह बांध के किनारे तालाब से मिट्टी निकालने से बांध कमजोर होगा और बाढ़ का खतरा बढ़ेगा। 


डीएम ने बताया कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का निर्माण चल रहा है। मिट्टी पटाई का काम थोड़ा धीमा है। मिट्टी की उपलब्धता के लिए प्रयास किया जा रहा है। आठ तालाबों से मिट्टी निकालने की अनुमति दी जा चुकी है। अन्य तालाबों की तलाश भी चल रही है। मिट्टी निकालने से तालाब भी बेहतर हो जाएंगे।

Comments