शिक्षित, संस्कारित, सेहतमंद और संगठित हो समाज : डॉ अशोक

 

बिलग्राम में सामाजिक चेतना फाउण्डेशन की ओर से लगाया सामाजिक चेतना चौपाल 



लखनऊ। समाज के हर तबके को मजबूत करने पर जोर, शनिवार को सामाजिक चेतना फाउण्डेशन की ओर हरदोई से बिलग्राम तहसील के श्रीराम स्वरूप पटेल महाविद्यालय में सामाजिक चेतना चौपाल का आयोजन किया गया। चौपाल में मुख्य वक्ता डॉक्टर बीपी अशोक ने समाज ने विभिन्न पहलुओं पर विस्तार पूर्वक परिचर्चा की। लोगों को संविधान, विज्ञान, सामाजिक सुरक्षा आदि तमाम विषयों पर गहन जानकारी से अवगत कराया। डॉ अशोक ने बताया गांव में सामाजिक सुरक्षा को लेकर विशेष खतरा रहता है। इसके लिए उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति को अपने घर के प्रत्येक सदस्यों की संख्या के अनुसार सीटी, टॉर्च, लाठी तथा हेलमेट आदि रखने की सलाह दी। उन्होंने बच्चों को अंग्रेजी सीखने व कंप्यूटर का ज्ञान अर्जन करने पर विशेष जोर दिया । उन्होंने सभी से कहा अपने स्थानीय बीट सिपाही, दरोगा, थाना प्रभारी तथा अग्निशमन, महिला सुरक्षा, डायल 112 नंबर अपने मोबाइल में अवश्य रखें। चौपाल में लोगों को संबोधित करते हुए सामाजिक चेतना फाउण्डेशन न्यास के अध्यक्ष पूर्व जिला जज बीड़ी नकवी ने कहा कि सामाजिक चेतना फाउण्डेशन समाज में दबे कुचले समुदाय के लोगों को अगली पंक्ति में ले जाने के लिए काम कर रही है। पूर्व न्यायाधीश ने कहा कि पिछड़े समाज के लोगों को विकास की मुख्यधारा में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए आगे आना होगा जिसके लिए सबसे बड़ी आवश्यकता उनके सामाजिक जागरुकता की है तथा लोगों को आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में भागीदारी को मजबूत करना होगा, अन्याय के खिलाफ लड़ने के लिए संकल्पित होना होगा। संगठन के अध्यक्ष एडवोकेट महेंद्र कुमार ने कहा की ग्राम स्तर तक सामाजिक चेतना फाउण्डेशन का गठन किया जाए और उसमें हर समाज के हर वर्ग के लोगों को प्रतिनिधित्व मिले जिससे देश में नई क्रांति आएगी और समाज के लोग सामाजिक न्याय की इस मुहिम को इसी तरह चेन बनाकर आगे बढ़ाएंगे।आयोजन में जिलाध्यक्ष अरविंद मौर्य, चौपाल का संचालन जिला संयोजक धर्मेंद्र यादव ने किया, चौपाल के आयोजन में लालराम राजपूत, संघ प्रिय विजय, रमेश यादव आदि अनेक लोगों का विशेष योगदान रहा।

शिक्षा ,सेहत और संस्कार की भी पाठशाला



बिलग्राम। आयोजन में आये लोगों को संदेश भी दिया गया। लोगों को शिक्षा के साथ साथ उन्होंने बच्चों को शारीरिक फिटनेस पर ध्यान देने के लिए विशेष मंत्र दिए। उन्होंने कहा गांव में शारीरिक फिटनेस सुधारना और आसान है। आप सुबह दौड़ लगाइए मनपसंद खेल खेलिए । कसरत करिए ,जिससे आप स्वस्थ रहेंगे। जो विरोधी आपके होंगे वह भी आप से डरेंगे । बुजुर्गों से उन्होंने बेटियों को पढ़ाने और कम उम्र में उनकी शादी न करने की सलाह दी । उन्होंने बच्चों के अभिभावकों से कहा कि जब आपकी बेटी अच्छी पढ़ी लिखी होगी और नौकरी कर रही होगी या आत्मनिर्भर होगी। तब आपको दहेज नहीं खर्च करना पड़ेगा। किसानों को उन्होंने खेतों में व्यवसायिक खेती करने पर जोर दिया । कहा परंपरागत खेती से न ही आप बच्चों को अच्छी शिक्षा दिला पाएंगे और न स्वयं की जरूरतें पूरी कर पाएंगे।

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