13 से जारी है टीबी रोगी ढूंढने का अभियान

 निजी क्षेत्र से नोटिफिकेशन अनिवार्य-जिला क्षय रोग अधिकारी

ऐसा न करने पर हो सकती है कार्यवाही

 ‘‘टीबी हारेगा, देश जीतेगा थीम’’ के तहत 13 से 25 जनवरी तक चल रहा है टीबी रोगी ढूंढने का अभियान 

 दूसरे चरण के अभियान में 7.50 लाख आबादी से ढूंढे गये हैं 399 मरीज



गोरखपुर, 17 जनवरी 2021। अगर किसी भी निजी चिकित्सक के यहां टीबी का मरीज इलाज करवा रहा है तो चिकित्सक द्वारा उसका नोटिफिकेशन करना अनिवार्य है। नये टीबी रोगी के नोटिफिकेशन पर निजी चिकित्सक को भी प्रोत्साहन राशि मिलती है। सभी चिकित्सकों, कैमिस्ट और लैब से अपील है कि टीबी रोगियों की सूचना जिला क्षय रोग केंद्र को अवश्य दें। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. रामेश्वर मिश्रा ने अपील की कि सभी प्राइवेट प्रैक्टीशनर टी0बी0 मुक्त भारत में सहभागिता करते हुये क्षय रोगियों का नोटिफिकेशन करें, नहीं करने की दशा में मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय से होने वाले पंजीकरण के नवीनीकरण में अवरोध हो सकता है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी अधिसूचना जेड-28015/2/2012-टी.बी. दिनांक 16.03.2018 के अनुसार टी0बी0 का नोटिफिकेशन नही करने पर भारतीय दण्ड संहिता (1860 का 45) की धाराओं 269 और 270 के उपबन्धों के तहत कार्यवाही हो सकती है।   


उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के अन्र्तगत क्षय रोग यानी टीबी के मरीजों के नोटिफिकेशन के लिए प्रेरित करने के लिये विशेष अभियान ‘‘टीबी हारेगा, देश जीतेगा’’ के तीसरे चरण में दिनांक 13.01.2021 से 25 जनवरी 2021 तक स्वास्थ्य विभाग की टीम निजी क्षेत्र का संवेदीकरण कर रही है। इस दौरान निजी क्षेत्र में इलाज करवा रहे मरीजों को चिन्हित कर स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं का लाभ भी दिलवाया जाएगा। 

डॉ. मिश्रा ने बताया कि सीएमओ डॉ. सुधाकर पांडेय के दिशा-निर्देशों के अनुसार निजी अस्पताल के चिकित्सकों, लैब और कैमिस्ट के पास दो सदस्यीय टीम जाकर उनके यहां इलाज करवा रहे या दवा ले रहे टीबी रोगियों को सूचीबद्ध कर रही है। साथ ही उन लोगों को प्रेरित किया जा रहा है कि नया टीबी रोगी मिलने पर विभाग को सूचित करें। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि मरीजों की पहचान कर उनके आसपास निरोधात्मक कार्यवाही हो सके और उन्हें पोषण के लिए प्रतिमाह मिलने वाले 500 रुपये का लाभ दिलवाया जा सके। अभी तक 89 संस्थानों का टीम ने भ्रमण कर लिया है और वहां के चिकित्सकों के संवेदीकरण के साथ-साथ 49 नये मरीज निजी क्षेत्र से नोटिफाइड किये जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि अभियान के दूसरे चरण में 7.50 लाख की आबादी में 399 टीबी मरीज ढूंढे गये हैं। इन सभी लोगों के बलगम जांच के बाद और अन्य आवश्यक क्लिनिकल जांच के बाद 399 लोगों में टीबी की पुष्टि हुई है। सभी लोगों का इलाज शुरू कर दिया गया है। सभी मरीजों को निःशुल्क इलाज के अलावा निक्षय पोषण योजना के तहत इलाज के दौरान 500 रुपये प्रति माह मिलने वाली राशि के लिए निक्षय पोर्टल पर पंजीकृत किया जाएगा।


जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि बुधवार से शुरू हो चुके अभियान में उप जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. विराट स्वरूप श्रीवास्तव, जिला कार्यक्रम समन्वयक धर्मवीर प्रताप सिंह, पीपीएम अभय नारायण मिश्र, स्वयंसेवी संस्था जीत सहित जिला स्तरीय टीम समन्वय करेगी और अभियान की सफलता सुनिश्चित करेगी। निजी क्षेत्र में भ्रमण करने के लिए जो टीम बनाई गयी है उसमें से प्रत्येक टीम में एक सदस्य स्वयंसेवी संस्था का होगा जबकि दूसरा सदस्य विभाग का है । प्रत्येक टीम को एक दिन में कम से कम 10 चिकित्सक, लैब या कैमिस्ट के यहां विजिट करना है। किसी भी प्रकार की कठिनाई आने पर जिला स्तरीय टीम मदद कर रही है।

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