आत्मिक शांति का प्रमुख माध्यम चित्रकला : प्रो. श्याम शर्मा



गोरखपुर। कोरोना काल में बहुत सारी संस्थाएं वर्चुअल कार्यक्रम किए। संस्कार भारती ने भी अपनी कलाओं को आमजन तक पहुंचाने के लिए ऑनलाइन को माध्यम बनाया। इसी क्रम में संस्कार भारती महानगर गोरखपुर में अपने निवर्तमान अध्यक्ष डॉ राजीव केतन की स्मृति में प्रथम ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय चित्रकला प्रदर्शनी का आयोजन 3 जनवरी को किया गया। लोगो के आत्मिक शांति का प्रमुख माध्यम चित्रकला है इसी से व्यक्ति की पहचान होती है।

यह बातें पटना आर्ट कॉलेज बिहार के पूर्व प्राचार्य एवं पद्मश्री प्रोफ़ेसर श्याम शर्मा ने कही । 

वह शुक्रवार को संस्कार भारती महानगर द्वारा आयोजित पांच दिवसीय ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय चित्रकला प्रदर्शनी के समापन अवसर पर बतौर मुख्य वक्ता संबोधित कर रहे थे ।

इसी क्रम में राज्य ललित कला अकादमी लखनऊ के सदस्य व वरिष्ठ चित्रकार डॉक्टर नवीन श्रीवास्तव ने कहा चित्रकार एक ऐसा कलाकार होता है जो चित्रकला के माध्यम से सृजनात्मक अभिव्यक्ति देश व समाज को सकारात्मक दिशा देने का प्रयास करता है । 

बहरीन से जुड़े डॉ शिबू सरकार ने कहा की कला कला के लिए होती है । कलाकार का स्वभाव उसकी जीवन शैली उसके चित्र में दिखाई देती है । पंजाब से जुड़े वरिष्ठ चित्रकार सरदार जगबीर सिंह ने कहा कि समाज को आईना दिखाने का कार्य चित्रकार और उसके चित्र दिखाते है।

 अंत में महानगर महामंत्री प्रेमनाथ के बताया कि यह प्रदर्शनी 3 जनवरी को शुरू हुआ था । इस प्रदर्शनी में 38 देशों के 575 कलाकारों ने विभिन्न विषयों पर अपनी कलाकृतियां शामिल हुई। उन्होंने बताया कि केंद्रीय कला अकादमी नई दिल्ली से अध्यक्ष डॉ उत्तम प्रचारने, उपाध्यक्ष श्री नंदलाल ठाकुर, राज्य ललित कला लखनऊ के उपाध्यक्ष गिरीश चंद मिश्र, संगीत नाटक अकादमी के अध्यक्ष डॉक्टर राजेश्वर आचार्य आदि ने अपनी शुभकामनाएं दी। संयोजक डॉ रेखा रानी शर्मा प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सभी सहयोगी के प्रति आभार जताया इस मौके पर देश के विभिन्न हिस्सों से चित्रकला प्रदर्शनी से जुड़े कलाकार वर्चुअल उपस्थित रहे।

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