जानिए कब है होली, क्या है होलिका दहन का शुभ मुहूर्त!

हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को होली का त्योहार मनाया जाता है। इससे एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है। जानिए होली से जुड़ी जरूरी जानकारी।



आचार्य पंडित राकेश त्रिपाठी,

जानिए कब है होली

बसंत पंचमी बीतने के साथ ही अब लोगों को होली 2021 का इंतजार है। होली हिंदूओं के बड़े त्योहारों में से एक है जिसे देशभर में धूमधाम से मनाया जाता है। रंगों का ये त्योहार फाल्गुन के महीने में पूर्णिमा तिथि पर मनाया जाता है। इससे एक दिन पहले होलिका दहन होता है। होलिका दहन का शुभ समय और अन्य जरूरी जानकारी।

होलिका दहन का दिन : 28 मार्च 2021

रंगों की होली खेलने का दिन : 29 मार्च 2021

होलिका दहन का शुभ मुहूर्त : शाम 6 बजकर 37 मिनट से रात 8 बजकर 56 मिनट तक

पूर्णिमा तिथि शुरू : 28 मार्च सुबह 3 बजकर 27 मिनट से

पूर्णिमा तिथि समाप्त : 29 मार्च रात 12 बजकर 17 मिनट पर


भाईचारे का त्योहार

होली का त्योहार भाईचारे का त्योहार है। लोग अपने आपसी गिले शिकवे भुलाकर एक दूसरे के साथ ये त्योहार मनाते हैं और एक दूसरे से गले मिलकर बधाई देते हैं। इस दौरान रंगों से भी होली खेली जाती है। त्योहार को लेकर लोगों में इतना उत्साह होता है कि कई दिनों पहले से इसकी तैयारियां शुरू हो जाती हैं। कुछ जगहों पर तो बसंत पंचमी के दिन से इसकी शुरूआत हो जाती है। इस दिन ढोल नगाड़ों के साथ पूजा अर्चना करके एक लकड़ी उस स्थान पर रख दी जाती है, जहां होलिका दहन किया जाएगा।


इसलिए होता है होलिका दहन

होलिका दहन को लेकर प्रहलाद और उसकी बुआ होलिका की कथा प्रचलित है. कथा के अनुसार असुर हिरण्यकश्यप का पुत्र प्रह्लाद भगवान विष्णु का परम भक्त था, लेकिन यह बात हिरण्यकश्यप को बिल्कुल अच्छी नहीं लगती थी। एक दिन उसने अपने ही पुत्र प्रह्लाद को अपनी बहन होलिका के साथ अग्नि में बैठा दिया ताकि प्रह्लाद जिंदा जलकर मर जाए। होलिका को वरदान था कि अग्नि उसके शरीर को जला नहीं सकती। लेकिन भगवान ने भक्त पर अपनी कृपा की और प्रह्लाद के लिए बनाई चिता में स्वयं होलिका जलकर मर गई। तब से हर साल होली से एक दिन पहले बुराई के अंत के तौर पर होलिका दहन किया जाता है।

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