सीएमओ और एसीएमओ की मौजूदगी में हुआ राज्य स्तरीय वर्चुअल मूल्यांकन
इंफेक्शन कंट्रोल, बेस्ट प्रेक्टिसेज का वर्चुअल डेमो करवाया और चेकलिस्ट की जांच की
फार्माशिस्ट और स्टॉफ से टीम ने पूछे दर्जनों सवाल
गोरखपुर, 15 फरवरी 2021। शहर से 30 किलोमीटर दूर एनएच-24 पर स्थित सहजनवां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पहली बार कायाकल्प अवार्ड की दौड़ में शामिल हुआ है। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. सतीश कुमार सिंह और उनकी टीम के सहयोग से महज एक महीने के भीतर इससे संबंधित तैयारियां पूरी की गयीं। इन तैयारियों का वर्चुअल मूल्यांकन राज्य स्तरीय टीम ने सोमवार को किया। इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधाकर पांडेय और अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नंद कुमार भी सहजनवां टीम का मनोबल बढ़ाने के लिए मौके मौजूद रहे। वर्चुअल मूल्यांकन के दौरान राज्य स्तरीय टीम ने इंफेक्शन कंट्रोल और बेस्ट प्रेक्टिसेज का डेमो करवा कर देखा। एक-एक चेकलिस्ट की जांच की। फार्माशिस्ट और स्टॉफ से दर्जनों सवाल पूछे गये।
वीरांगना अवंति बाई महिला चिकित्सालय लखनऊ की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुधा वर्मा और क्वालिटी एश्योरेंस की मिर्जापुर की कंसल्टेंट डॉ. शालिनी त्रिपाठी ने वर्चुअल मूल्यांकन किया। गोरखपुर के जिला क्वालिटी कंसल्टेंट डॉ. मुस्तफा खान ने राज्य टीम को वर्चुअली प्रस्तुतिकरण दिया और इसके बाद सीएचसी गेट से लेकर प्रत्येक वार्ड और कार्नर का निरीक्षण करवाया। टीम ने उनकी मदद से चिकित्सक और स्टॉफ से सवाल पूछा। टीम को अस्पताल के स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. कविता ने बताया कि इंफेक्शन कंट्रोल प्रैक्टिसेज के कारण प्रसव बाद की जटिलताओं के मामले शून्य है। अस्पताल में करीब 30 ऑपरेशन हो जाते हैं। फार्माशिस्ट केएन गुप्ता से फार्मेसी के पांच सिद्धांतो के बारे में जानकारी प्राप्त की। टीम ने अस्पताल परिसर के शौचालय का फ्लैश ऑन करवा कर चेक किया और पब्लिक टॉयलेट का चेकलिस्ट भी देखा।
प्रसव कक्ष की स्टॉफ नर्स से ब्लड स्किल मैनेजमेंट के बारे में जानकारी मांगी। स्टॉफ नर्स पूजा और मिथिलेश ने डेमो करके दिखाया। स्टॉफ से यह भी पूछा गया कि अगर कोई सीरिंज चुभ जाए तो क्या करना है। सही उत्तर मिलने पर टीम ने स्टॉफ की प्रशंसा की। दाई से पोछा लगवा कर जांच किया गया। ओटी, लैब, आउट साइड बाउंड्री की भी जांच की गयी। सीएचसी अधीक्षक डॉ. सतीश कुमार सिंह, क्वालिटी सहायक विजय कुमार श्रीवास्तव समेत समस्त स्थानीय स्टॉफ ने वर्चुअल मूल्यांकन में सहयोग किया।
सीएचसी टीम का प्रयास सराहनीय
कोविड काल में कोविड और कोविड टीकाकरण के दौरान आने वाली चुनौतियों का सामना करते हुए सहजनवां की टीम ने जिस प्रकार सीमित समय में कायाकल्प अवार्ड के लिए पहली बार तैयारी की है, वह निःसंदेह सराहनीय है। उम्मीद करते हैं कि प्रथम प्रयास में ही सीएचसी श्रेणी में सफलता हासिल होगी।
डॉ. सुधाकर पांडेय, मुख्य चिकित्सा अधिकारी
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