गोरखपुर। सार्वभौम संत भाईजी हनुमान प्रसाद पोद्दार की तपोभूमि गीता वाटिका प्रांगण में विश्व प्रसिद्ध गोसेवी संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ, पथमेड़ा द्वारा आयोजित वेदालक्षणा गोप्रसाद यात्रा में श्रद्धेय गोऋषि स्वामी श्रीदत्तशरणानन्दजी महराज की पावन संनिधि में गीतावटिका प्रांगण में 1 मार्च 2021 से दो दिवसीय वेदलक्षणा गोप्रसाद सत्संगसत्र का आयोजन होगा। गोप्रसाद सत्संग सायं 6 बजे से 8 बजे तक आयोजित किया जाएगा। जिसमें स्वामी दत्तशरणानंद जी महाराज ज्ञान की वर्षा करेंगे।
गीता वाटिका में आयोजित संयुक्त प्रेस वार्ता में हनुमान प्रसाद पोद्दार स्मारक समिति के संयुक्त सचिव रसेंदु फोगला, सचिव उमेश सिंघानिया और नवीन रूंगटा ने बताया कि सदियों से परम पवित्र गोवंश को संपूर्ण संरक्षण देने के लिए कई ऋषि यों महात्माओं तथा गो भक्तों ने आजीवन प्रयास किए हैं। उन्होंने कहा कि स्वाधीनता के पश्चात भी गोहत्या बंदी के लिए विशाल प्रदर्शन किए गए फिर भी आज तक गाय को संपूर्ण संरक्षण नहीं मिला। आज भी प्रतिदिन अनुमानित 50 हजार से ऊपर गोवंश की हत्या हो रही है, इन सब आंदोलनों की पृष्ठभूमि से झांका जाए तो एक चित्र उभरेगा जिसमें तत्कालीन शासक प्रतिनिधियों द्वारा गोवंश संरक्षण के लक्ष्य हासिल करने के प्रयास नहीं हुए। इन सब आंदोलनों की असफलता कई अनुत्तरित प्रश्न छोड़ गई है। जो आज सम्पूर्ण गोवंश संरक्षण अभियान के समक्ष चुनौती है।
रसेंद फोगला ने बताया कि स्वामी श्रीदत्त शरणानंद जी विगत दो महीनों से देश के विभिन्न क्षेत्रों में पहुंच कर गौ वंश संरक्षण और संवर्धन के लिए वेदलक्षणा गोप्रसाद सत्संग के माध्यम से लोगों को ज्ञान बाट रहें हैं। इसी क्रम में रविवार 28 फरवरी को गोरक्षनाथ जी की तपोभूमि पर पधार रहे हैं। गीता वाटिका प्रांगण में सोमवार की सायं छः बजे से रात आठ बजे तक दो दिवसीय वेदलक्षणा गोप्रसाद सत्संग में ज्ञान की वर्षा करेंगे। इस मौके पर कनक हरि अग्रवाल भी मौजूद रहे।
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