बलिदान दिवस की पूर्व संध्या पर जलाए दीप



गोरखपुर। अखिल भारतीय क्रांतिकारी संघर्ष मोर्चा एवं गुरूकृपा संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में कार्यकर्ताओं ने भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की 90वीं बलिदान दिवस पूर्व संध्या के अवसर पर बेतियाहाता स्थित भगत सिंह के मूर्ति की साफ सफ़ाई के पश्चात 90 दीप प्रज्वलित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। कृतज्ञ राष्ट्र द्वारा दिये जा रहे श्रंद्धाजलि के क्रम में गोरखपुर महानगर के कार्यकर्ताओं ने भारत माता की जय एवं वंदेमातरम की गगनभेदी जयघोष के साथ क्रांतिकारियों को शिद्दत से नमन किया ।

इस अवसर पर आयोजित श्रंद्धाजलि सभा को सम्बोधित करते हुए गुरुकृपा संस्थान के संस्थापक मंत्री एवं अखिल भारतीय क्रांतिकारी संघर्ष मोर्चा संगठन के प्रमुख बृजेश राम त्रिपाठी ने कहा कि देश की आजादी असंख्य जाने-अनजाने देशभक्त शूरवीर क्रांतिकारियों के असीम त्याग, बलिदान एवं शहादतों की नींव पर खड़ी है। अमर क्रांतिकारियों में शामिल शहीद भगत सिंह जिनका नाम लेने मात्र से ही सीना गर्व एवं गौरव से चौड़ा हो जाता है। बलिदानी श्रृंखला में शहीद ए आजम सरदार भगत सिंह के साथी क्रन्तिकारी राजगुरू और सुखदेव को लाहौर के सेंट्रल जेल में संयुक्त रूप से 23 मार्च 1931 को अंग्रजों ने फांसी दे दी  थी। उन्होंने कहा कि भगत सिंह के राजनीतिक गुरु एवं प्रो विद्यालंकर के कृपापात्र शिष्य सरदार भगत सिंह, यशपाल, भगवती चरण बोहरा, सुखदेव, रामकिशन, तीर्थराम, झण्डा सिंह जैसे क्रांतिकारी साथियों के सम्पर्क में आने के बाद लाला लाजपत राय व परमानंद जैसे देशभक्तों के व्याख्यानों से देशभक्ति के विचारों से अभिभूत  हुए राष्ट्रप्रेम के संचार व जुनून ने उन्हें काफी प्रभावित किया। 

आईटीएम गीडा के डायरेक्टर

अनुज अग्रवाल एडवोकेट ने कहा कि आजाद भारत मे आज भी भगत सिंह के विचार और भी प्रासंगिक हैं। देश की स्वतंत्रता व अखण्डता के लिए युवा क्रांतिवीरों के बलिदान से सीख लेने की आवश्यकता है।

आज की इस अवसर पर युवाओं को संकल्प लेना चाहिए राष्ट्रहित सर्वोपरि मानते हुए अपना योगदान देश के विकास में दें।

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से विश्व हिन्दू परिषद गोरक्ष प्रान्त के सह संगठन मंत्री परमेश्वर, डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव, सत्य प्रकाश पाठक, इंद्रजीत सिंह लीडर, विशाल यादव, अंकुर सिंह, आशीष सिंह, अनिल कुशवाहा, बृजेश यादव, क्रिकेटर विकेश शर्मा, हरिनारायण धर दुबे एडवोकेट, अजय त्रिपाठी एडवोकेट, अनिरुद्ध पांडेय एडवोकेट, सुनील दुबे एडवोकेट सहित अनेकों लोग उपस्थित थे।

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