वासंतिक नवरात्रि 13 अप्रैल से प्रारंभ, कलश स्थापन सूर्योदय से पुरे दिन

 


गोरखपुर। वासंतिक नवरात्रि 13 अप्रैल दिन मंगलवार से प्रारंभ होकर 21अप्रैल तक रहेगा, इस बार नवरात्रि में कलश स्थापन सूर्योदय के बाद पूरा दिन किया जाएगा
देवी के नव स्वरुपों 

  • प्रथम शैलपुत्री
  • द्वितीय ब्रह्मचारिणी
  • तृतीय चन्द्रघंटा
  • चतुर्थ कुष्मांडा
  • पंचम स्कंध माता
  • षष्ठ कात्यायनी
  • सप्तम कालरात्रि
  • अष्टम महागौरी
  • नवम सिद्धि दात्री 

देवी का आवाहन पूजन किया जाता है। ज्योतिषाचार्य पण्डित बृजेश पाण्डेय के अनुसार इस बार महानिशा पूजा 19 अप्रैल को तथा महाअष्टमी व्रत 20 अप्रैल को रखा जाएगा। नवरात्र व्रत का हवन 21अप्रैल को किया जाएगा तथा प्रथम दिन एवं अंतिम दिन व्रत रहने वाले भक्त गण 20 अप्रैल को व्रत रहकर 21 अप्रैल को पारण करेगें। नव दिन व्रत रहने वाले भक्त गण 22 अप्रैल को पारण करें। नवरात्रि मे दुर्गासप्तसति पाठ का विशेष महत्व है। कन्या पूजन में कन्या को भोजन के साथ दक्षिणा देने का विशेष विधान है।

 

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