पंडित दीपक पाण्डेय के अनुसार शिरडी वाले साईं बाबा का एक ही मूल रहा है- सबका मालिक एक... कहते हैं कि जो भी साईं बाबा की शरण में आता है वो खाली झोली वापस नहीं जाता है।
पंडित दीपक पाण्डेय, पुजारी -साईं मंदिर, संकट मोचन कालीबाड़ी मंदिर
गोरखपुर। शिरडी वाले साईं बाबा का एक ही मूल रहा है- सबका मालिक एक... कहते हैं कि जो भी साईं बाबा की शरण में आता है वो खाली झोली वापस नहीं जाता है। सच्चे मन से बाबा को याद करने वाले भक्तों के जीवन की परेशानियां खत्म हो जाती हैं। साईं बाबा की जो भी मन से पूजा करता है वो उसकी झोली भर देते हैं। आज गुरुवार है और आज का दिन साईं बाबा को समर्पित है। आज के दिन साईं बाबा का व्रत किया जाता है और विधि-विधान से उनकी पूजा आराधना करते हैं। साईं बाबा किसी भी जाति या धर्म से परे हैं। वो अपने भक्तों पर हमेशा ही कृपा दृष्टि बनाए रखते हैं। अगर आप भी साईं बाबा के भक्त हैं और इनका व्रत कर रहे हैं तो यहां हम आपको इनकी पूजन विधि के बारे में जानकारी दे रहे हैं।
पूजा विधि:
गुरुवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठ जाएं और नित्यकर्मों के बाद स्नानादि से निवृत्त हो जाएं।
फिर साईं बाबा का ध्यान करें और व्रत का संकल्प करें।
इसके बाद एक चौकी लगाएं और उस पर पीला कपड़ा बिछाएं।
इस चौकी पर साईं बाबा की मूर्ति/प्रतिमा या तस्वीर रख दें। इससे पहले मूर्ति/प्रतिमा या तस्वीर पर गंगाजल की छीटें दें। इसके बाद ही इसे चौकी पर स्थापित करें।
इसके बाद साईं बाबा को पुष्प, रोली और अक्षत अर्पित करें।
बाबा के सामने धूप और दिया जलाएं। साईं चालीसा पढ़ें। फिर उनकी आरती करें।
फिर बाबा को पीले फूल अर्पित करें। फिर अक्षत व पीले फूल अपने हाथ में लें और साईं बाबा की कथा सुनें।
बाबा को पीली मिठाई जैसे बेसन के लड्डू भोग लगाएं।
बाबा से सच्चे मन से अपनी मनोकामना कहें। इसके बाद सभी में प्रसाद वितरित करें।
अपनी सामर्थ्य अनुसार दान भी करें।
संभव हो तो नित्य सुबह और शाम को परिवार के सभी सदस्य कोरोना महामारी से छुटकारा के लिए बाबा से आराधना करें। जिससे फैली इस महामारी से लोगों की जिंदगियां बचाई जा सके। हो सकता है आपके ही पूजा प्रति फल से किसी को जीवन दान मिल जाए।
-महंत रविंद्र दास, संकट मोचन कालीबाड़ी मंदिर, गोरखपुर
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