अक्षय तृतीय पर विधि विधान से खुले यमुनोत्री धाम के कपाट, सबसे पहले प्रधानमंत्री की ओर से हुई पूजा



मां यमुना के भाई समेश्वर देवता (शनि महाराज) की डोली भी उन्हें विदा करने यमुनोत्री तक गई। अभिजित मुहूर्त में दोपहर 12.15 बजे विशेष पूजा अर्चना और विधि विधान के साथ यमुनोत्री मंदिर के कपाट खोल दिए गए।

बड़कोट (उत्तरकाशी)। अक्षय तृतीय के पावन पर्व पर आज यमुनोत्री धाम के कपाट विधि विधान से खोल दिए गए। धाम में सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से पूजा करवाई गई। प्रधानमंत्री द्वारा 11 सौ एक रुपये मंदिर समिति के खाते में भिजवाए गए हैं।

             यमुना की उत्सव मूर्ति को डोली यात्रा के साथ खरसाली से यमुनोत्री धाम के लिए रवाना किया गया

यमुनोत्री मंदिर समिति के उपाध्यक्ष राजस्वरूप उनियाल एवं सचिव सुरेश उनियाल ने बताया कि शुक्रवार सुबह आठ बजे मां यमुना की उत्सव मूर्ति को डोली यात्रा के साथ खरसाली से यमुनोत्री धाम के लिए रवाना किया गया।

मां यमुना के भाई समेश्वर देवता (शनि महाराज) की डोली भी उन्हें विदा करने यमुनोत्री तक गई। अभिजित मुहूर्त में दोपहर 12.15 बजे विशेष पूजा अर्चना और विधि विधान के साथ यमुनोत्री मंदिर के कपाट खोल दिए गए। उन्होंने बताया कि कोविड महामारी को देखते हुए इस बार कपाटोद्घाटन में पुजारी, तीर्थ पुरोहित एवं पलगीर समेत कुल 25 लोग शामिल हुए। इन सभी लोगों की कोरोना जांच कराई गई है।  

यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने पर दीं शुभकामनाएं

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने की सभी श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि कोविड के दृष्टिगत इस बार चारधाम यात्रा पर यात्रियों को जाने की अनुमति नहीं दी गई है। मुख्यमंत्री ने घर पर ही रहकर पूजा-अर्चना करने की अपील की है।

ऑनलाइन चारधाम के दर्शन कराएगी उत्तराखंड सरकार
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले और देश दुनिया के तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सरकार की ओर से इस साल चारधाम यात्रा को स्थगित किया गया है।

ऐसे में संकट के इस समय श्रद्धालुओं की भावनाओं का सम्मान करते हुए भक्तों के लिए सरकार चारधाम के वर्चुअल दर्शन कराने की तैयारी कर रही है। जिससे घर बैठे लोग चारधाम के दर्शन कर सकेंगे। इस संबंध में पर्यटन मंत्री  सतपाल महाराज ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के साथ भी चर्चा की।

यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ के वर्चुअल दर्शन की व्यवस्था करने से चारों धामों के दर्शन के इच्छुक श्रद्धालु मंदिर के गर्भगृह को छोड़कर बाकी मंदिर परिसर के ऑनलाइन दर्शन और ऑडियो के माध्यम से पूजा अर्चना कर सकेंगे। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने चारधाम देवस्थानम बोर्ड के सीईओ रविनाथ रमन को ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।

पर्यटन मंत्री ने कहा कि देश-विदेश के तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार की ओर से चारधाम को स्थगित करने का फैसला लिया है। श्रद्धालुओं की भावना का आदर करते हुए चारधाम के वर्चुअल दर्शन करने के लिए व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। जिससे कोरोनाकाल में घर पर सुरक्षित रहकर तीर्थयात्री चारधाम के वर्चुअल दर्शन करने के साथ पूजा-पाठ और भोग लगाने के साथ आरती भी कर सकेंगे।

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