चिकित्सक अगर घर से इलाज की सलाह दे रहे हैं तो उनकी बात मानें
कोविड के इलाज के लिए अस्पताल अंतिम विकल्प होना चाहिए
यूनिसेफ के जरिये सोशल मीडिया पर किया जा रहा है प्रचार-प्रसार
गोरखपुर, 05 मई 2021। अगर चार मंत्रों को आत्मसात कर लिया जाए तो हल्के प्रभाव वाले कोविड को घर से हराया जा सकता है। यूनिसेफ के जरिये सोशल मीडिया पर इस संबंध में प्रचार प्रसार भी किया जा रहा है। जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी केएन बरनवाल का कहना है कि अगर चिकित्सक घर से इलाज की सलाह दे रहे हैं तो उनकी बात माननी चाहिए। कोविड के इलाज के लिए अस्पताल हमेशा अंतिम विकल्प होना चाहिए। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए लोग घर से स्वस्थ हो रहे हैं लेकिन इसका आशय यह भी नहीं है कि खुद से डॉक्टर बन जाएं। बिना चिकित्सक के परामर्श के खुद से इलाज नहीं करना है।
जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी ने बताया कि केवल डॉक्टर द्वारा बतायी गयी दवाओं का सेवन करना है। सोशल मीडिया या फिर अपुष्ट स्रोतों से प्राप्त दवाओं के नाम के आधार पर दवा का सेवन नहीं करना है। कोविड-19 का इलाज खुद से नहीं करना है। लहसुन, कपूर और अजवाइन जैसी घरेलू चीजों से ऑक्सीजन लेवल में कोई सुधार नहीं होता है। अगर शरीर का तापमान बहुत अधिक है और दर्द हो तो हर चार से छह घंटे में चिकित्सक के परामर्श एवं उम्र के अनुसार 500 मिग्री या 650 मिग्रा पैरासिटीमॉल का उपयोग कर सकते हैं लेकिन यह ध्यान रहे कि 24 घंटें में पैरासिटामॉल की चार खुराक से ज्यादा नहीं खानी है।
उन्होंने बताया कि शरीर में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए। पानी पीते रहें और अगर किसी चीज का स्वाद न भी पता चल रहा हो तब भी पौष्टिक भोजन का सेवन करते रहें। पौष्टिक भोजन से शरीर को जल्दी स्वस्थ होने मंट मदद मिलती है। गुनगुने पानी का ही सेवन करना चाहिए। पानी से भीगा हुआ तौलिया या रुमाल अपने सिर (टेपिड स्पॉन्जिंग) पर रखना है। इन उपायों को अपनाते हुए अगर शरीर में ऑक्सीजन का स्तर कम होने, ज्यादा गंभीर दिक्कत महसूस होने जैसी परेशानी हो तो चिकित्सक के परामर्श से अस्पताल का विकल्प चुना जाना चाहिए।
कोविड जांच अवश्य कराएं
जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी का कहना है कि अगर सर्दी, जुकाम, खांसी, सांस फूलना, गले में खरास, डायरिया, आंखों में लगातार खुजली जैसे लक्षण आएं तो कोविड की जांच अवश्य करानी चाहिए। अगर इन लक्षणों के साथ जांच रिपोर्ट निगेटिव है तब भी प्रिजंपटिव कोविड मानते हुए चिकित्सक के परामर्श के अनुसार घर में ही कोविड का इलाज करवाना चाहिए। अगर रिपोर्ट पॉजीटिव आती है तो घबराना नहीं है क्योंकि 80 फीसदी से ज्यादा कोविड मरीज घर में ही रह कर स्वस्थ हो रहे हैं। अपुष्ट चिकित्सा पद्धति नहीं अपनानी है।
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