महामारी से कोसों दूर है "डाढाडीह", सक्रियता और समझदारी कायम



प्रधान प्रतिनिधि सत्यपाल सिंह की सक्रियता और ग्रामीणों की समझदारी इस गांव को छू नहीं सका है कोरोना

मुख्यालय से 20 किलोमीटर पर स्थित जंगल कौड़िया ब्लाक में मौजूद है ग्राम सभा "डाढाडीह" 

इस ग्राम में आ चुके है दिल्ली, मुंबई, गुजरात, पंजाब आदि प्रदेशों से लगभग 100 से अधिक प्रवासी मजदूर 

यहां पर सभी पुरुष और महिलाएं बाहर निकलने पर मास्क का उपयोग करते है। सोशल डिस्टेंस का पूर्ण रूप से होता है पालन



गोरखपुर। एक तरफ जहां देश व दुनिया में करोना कहर ढा रहा है। महामारी का असर इतना भयवाहक है रोजाना लाखों लोग काल के गाल में समा जा रहा है। लगातार हो रही मौतों ने लोगों को हिला कर रख दिया है। वही विकासखंड जंगल कौड़िया के ग्राम सभा डाढाडीह के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सत्यपाल सिंह की सक्रियता और ग्रामीणों की समझदारी के कारण इस गांव से कोरोना अभी कोसों दूर है। जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर पर स्थित जंगल कौड़िया ब्लाक के ग्राम सभा डाढाडीह मौजूद है। लगभग दो हजार की जनसंख्या वाली इस गांव में बाहर रह कर रोटी रोजी कमाने वाले भी मौजूद हैं। जिसमें से कुछ लोग अभी कुछ दिन पूर्व दिल्ली, मुंबई, गुजरात, पंजाब आदि प्रदेशों से लगभग 100 से अधिक प्रवासी मजदूर गांव में आए हैं। इसके बावजूद गांव वालों की सक्रियता और समझदारी वह ग्राम प्रधान कि जागरूकता से इन श्रमिकों को उनके घर में ही 14 दिन के लिए होम कोरोंटिन करा दिया गया। सबसे पहले बाहर से आए श्रमिको को सिवान के बाहर ही स्नान ध्यान करवाया जाता है फिर सामानों को पूरी तरह सेनेटायिज होने के बाद ही गांव में प्रवेश की इजाजत मिलती है। इसके बाद घर के अंदर ही 14 दिन तक इन्हे रहना रहता है। इस दौरान इन लोगों के घर पर हर जागरूक इंसान नजर रखते हैं। पूरी अवधि के बाद भी वह प्रवासी बाहर आ सकते हैं। यही कारण है कि गांव वाले कोरोना के इस चैन को तोड़ने में कामयाब रहे हैं। इसमें सबसे महत्वपूर्ण भूमिका नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान अनुसूया देवी पत्नी सत्यपाल सिंह निभा रहे हैैं। इनकी जागरूकता एवं सफाई के कारण ही पूरे ग्राम सभा में अभी तक एक भी लोग संक्रमित नहीं मिले हैं। पूरे ग्राम में प्रधान द्वारा सैनिटाइजेशन एवं सफाई कार्य का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। इसमें ग्रामीणों का भी सहभागिता रही है। यहां पर लोग इकट्ठा नहीं मिलेंगे और पुरुष और महिलाएं सभी बाहर निकलने पर मास्क का उपयोग करते है। सत्यपाल सिंह बताते हैं कि संक्रमण मुक्त गांव रहे इसके लिए समस्त ग्राम सभा वासियों ने पूरा पूरा सहयोग किया कोई भी बाहरी व्यक्ति या गांव का कमाने वाला जब लौटकर आता है तो उसे लगभग 14 दिन घर के अंदर ही कोरेंटिन करके रखा जाता है। कोई भी परेशानी होने पर सरकारी या प्राइवेट डॉक्टर से उसका उपचार कराई जाती है। इस कार्य के लिए समस्त ग्रामवासियों का पूरा पूरा सहयोग है। इसके लिए ग्राम प्रधान ने समस्त ग्रामवासियों का आभार जताया है। अजीत सिंह, सर्वेश तिवारी, उपेंद्र तिवारी, प्रदुमन उपाध्याय, वीर उपाध्याय, श्याम सिंह, अनिरुद्ध यादव, झीनू लाल सिंह, राम सिंह, राम सुजीत सिंह, विनय कुमार रुदल, जिन्ने उपाध्याय आदि लोगों ने ग्राम प्रधान का आभार जताया है।




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