वैश्विक महामारी कोविड-19 के प्रकोप से लोगो के बचाने के लिए किन्नरों ने धारण किया निराजल व्रत
पीपीगंज। कोरोना महामारी के प्रकोप से यजमानों को बचाने के लिए पीपीगंज की किन्नर एवं महामंडलेश्वर कनकेश्वरी नंद गिरी उर्फ किन्नर किरण ने मंगलवार को निराजल व्रत धारण कर अपने सहयोगी किन्नरों के साथ कोविड प्राविधानों का पूर्ण पालन करते हुए नगर में स्थित काली मंदिर पहुचकर धार चढ़ाकर पूजा पाठ एवं हवन किया।इस अवसर पर उनके सहयोगी किन्नर नयना,शिल्पा और सिंदूर के साथ ही आसपास की तमाम महिलाओं ने भी पूजा पाठ किया।
इस दौरान किन्नर किरण ने पत्रकारों से बातचित में कहा कि कोरोना का प्रकोप दिन बदिन बढ़ता ही जा रहा है जिससे देश मे प्रतिनदिन हजारो निर्दोष लोग असमय इसके शिकार होकर अपनी जान गवा रहे है,कोविड के नियंत्रण में अधिकांश राज्य सरकारें पर्याप्त संसाधन एवं इलाज कराने में असफल रही है।उन्होंने कहा कि जब विकास की अंधी दौड़ में प्रकृति के साथ हो रहे खिलवाड़ के चलते यह विपदा थमने का नाम नही ले रही है,वही कोविड का समुचित और निश्चित इलाज न ईजाद कर पाने के बाद सनातन धर्म के अनुसार ईश्वरीय शक्ति ही एक ऐसी शक्ति है जो अब इस विपदा की घड़ी से उबार सकती है।प्राचीन काल से ही ऐसी आपदाओं से निजात के लिए यज्ञ,हवन और पूजन का हमारे सनातन धर्म मे बड़ा योगदान रहा है इसी क्रम में हमने भी आज माता काली के मंदिर परिसर में पूजा पाठ और हवन कर पूरे विश्व को कोरोना से मुक्ति दिलाने के लिए महाकाल समय सभी दैवीय शक्तियों से प्रार्थना की है।हमे आशा ही नही बल्कि पूरा विश्वास औहै कि जल्द से जल्द भारत कोरोना मुक्त होगा और सभी लोग पहले की तरह स्वस्थ और खुशहाल होकर अपने अपने काम मे जुट जाएंगे।
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