भीम सरोवर पर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच की गई मां गंगा की आरती

भगवती गंगा हम सब की माँ : योगी कमलनाथ
स्नान, ध्यान और दान से अक्षय पुण्य की प्राप्ति : पुष्पदंत जैन


गोरखपुर, 20 जून। गुरु गोरक्षनाथ मंदिर स्थित भीम सरोवर पर गंगा दशहरा पर वैदिक मंत्रोचार के बीच मां गंगा की आरती की गई। माँ गंगा के अवतरण दिवस (गंगा दशहरा) के अवसर पर रविवार को माँ भारतीय संस्कृति रक्षा परिषद, गोरखपुर द्वारा महाआरती का आयोजन किया गया। इसके पुर्व सरोवर पर स्थित माँ भगवती गंगा के मन्दिर में पूरे विधि विधान से पूजा अर्चना हुआ।

प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ कहा कि भगवती गंगा हम सब की माँ है। आज हम लोग माँ गंगा के अवतरण दिवस पर केवल पूजन ही नही करेंगे, यह संकल्प भी लेंगे कि गंगा ही नही सभी नदियों के प्रति हम मातृ भाव रखते हुए अपनी श्रद्धा अर्पित करते हुए उन्हें प्रदूषित नही होने देंगे। वर्तमान समय में जल का संकट पृथ्वी पर चारों तरफ हो रहा है ऐसी परिस्थिति में यदि नदियों के प्रति श्रद्धा रखते हुए हम पूजन अर्चन करें तो माँ गंगा के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धा होगी। 


इसी क्रम में गंगा दशहरा का महत्व बताते हुए अध्यक्ष पुष्प दन्त जैन ने कहा कि ज्येष्ठ शुक्ल दशमी संवत्सर का मुख माना जाता है। ब्रम्हपुराण के अनुसार हस्त नक्षत्र में माँ भगवती गंगा का अवतरण सर्वप्रथम मृत्युलोक में हुआ था। इस उपल्क्षय में गंगा दशहरा पर्व मनाया जाता है। 

उन्होंने कहा की स्कन्दपुराण के अनुसार गंगा दशहरा के दिन गंगा में स्नान, ध्यान, पूजन, अर्चन करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है, यदि जहाँ गंगा जी सुलभ नही है तो किसी भी पवित्र नदी, सरोवर, तालाब में जाकर माँ गंगा का स्मरण करते हुए स्नान, ध्यान करने से भी गंगा जी में स्नान करने जितना पुण्य प्राप्त होता है। 


संचालन विकास जालान ने तो पूजन का कार्यक्रम आचार्य पं. रोहित मिश्रा के आचार्यत्व में संपन्न किया।

कोरोना प्रोटोकॉल को ख्याल रखते हुए मन्दिर व समिति के कुल गयारह लोग ही सम्मिलित हुए। जिसमें प्रमुख रूप से गुरु गोरखनाथ मन्दिर के द्वारिका तिवारी, परिषद के अध्यक्ष पुष्प दन्त जैन, महामंत्री विकास जालान, संतोष कुमार अग्रवाल, दुर्गेश बजाज, अजय सिंह  के अलावा विनय गौतम, अनूप किशोर अग्रवाल, कमलेश अग्रवाल, जितेन्द्र नाथ अग्रवाल 'जीतू', अक्षत जैन आदि लोग मौजूद रहे। 


 

Comments