- 12 पर्यवेक्षकों के सहयोगात्मक पर्यवेक्षण में आयोजित हुआ खुशहाल परिवार दिवस
- खुशहाल परिवार दिवस पर सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर महिलाओं में दिखा उत्साह
संतकबीरनगर। परिवार नियोजन की सेवाओं से जन सामान्य को जोड़ने के साथ ही उन्हें त्वरित रुप से सेवा प्रदान करने के उद्देश्य से खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन सोमवार को विभिन्न स्वास्थ्य इकाइयों पर किया गया। इस दौरान 65 महिलाओं ने जहां त्रैमासिक गर्भनिरोधक अन्तरा इंजेक्शन को अपनाया वहीं 540 महिलाओं को छाया की सुरक्षा मिली।
सीएमओ डॉ इन्द्रविजय विश्वकर्मा के निर्देशन में खुशहाल परिवार दिवस कार्यक्रम के नोडल डॉ मोहन झा कि निर्देशन में स्वास्थ्य इकाइयों के कर्मियों तथा फ्रंट लाइन वर्कर्स की मदद से तथा उत्तर प्रदेश तकनीकी सहयोग इकाई ( यूपीटीएसयू ) के तकनीकी सहयोग से जिले में परिवार नियोजन सेवाएं उपलब्ध करवाई गई । इस दौरान महिलाओं को खुशहाल परिवार दिवस पर परिवार नियोजन की सेवाएं प्रदान की गईं। यही नहीं महिलाओं और योग्य दम्पतियों को परिवार नियोजन के स्थायी साधनों को लेकर जागरुक भी किया गया। खुशहाल परिवार दिवस के तहत हौसला साझेदारी के तहत कार्य कर रहे निजी चिकित्सालयों को भी आयोजन से जोड़ा गया । फ्रंट लाइन वर्कर्स इस दौरान योग्य दम्पतियों को लेकर स्वास्थ्य इकाइयों तक पहुंच रहे थे। 27 महिलाओं को आईयूसीडी तथा 18 महिलाओं को पीपीआईयूसीडी लगाई गई । वहीं इस दौरान 34 लाभार्थियों को माला एन तथा 4500 काण्डोम भी वितरित किए गए।
दम्पतियों ने दिखाई जागरुकता, हुए सम्मानित
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (परिवार कल्याण) डॉ मोहन झा ने बताया कि शासन से मिले दिशा-निर्देशों के अनुसार परिवार नियोजन की साधनों की सभी इकाइयों पर शत-प्रतिशत उपलब्धता सुनिश्चित कराई गई। इस दौरान दम्पतियों ने जागरुकता दिखाते हुए परिवार नियोजन के साधनों को अपनाया है। साथ ही साथ आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से सामुदायिक स्तर पर प्रचार-प्रसार करवाया गया। हौसला साझेदारी के तहत स्पर्श हास्पिटल भुजैनी में परिवार नियोजन की सेवाएं उपलब्ध रहीं।
परिवार नियोजन के साधनो के प्रति बढ़ी जागरुकता
स्वास्थ्य विभाग की परिवार नियोजन इकाई के लाजिस्टिक मैनेजर इम्तियाज अहमद बताते हैं कि लोगों के अन्दर परिवार नियोजन के साधनों के प्रति जागरुकता बढ़ी है। महिलाएं स्वत: स्फूर्त ढंग से त्रैमासिक गर्भनिरोधक इंजेक्शन अन्तरा लगवाने के लिए आ रही हैं। वे परिवार नियोजन के साधनों के प्रति चिकित्सकों से बात भी करती हैं।
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