अलीगढ़ शराब कांड में सरकार ने की पहली बड़ी कार्रवाई, आबकारी आयुक्त पी गुरुप्रसाद को हटाया, अब तक 82 की मौत

सरकार ने आबकारी आयुक्त पी गुरुप्रसाद को हटा दिया है। रिग्जियान सैम्फिल नए आबकारी आयुक्त बनाए गए हैं। अलीगढ़ शराब कांड के बाद सरकार ने पहली बड़ी कार्रवाई की है।

लखनऊ। प्रदेश के अलीगढ़ में जहरीली शराब के सेवन से गुरुवार रात से जारी मौत का सिलसिला सोमवार तक भी जारी है। सीएम योगी आदित्यनाथ के इस मामले में सख्त कार्रवाई की है। 

सरकार ने आबकारी आयुक्त पी गुरुप्रसाद को हटा दिया है। रिग्जियान सैम्फिल नए आबकारी आयुक्त बनाए गए हैं। अलीगढ़ शराब कांड के बाद सरकार ने पहली बड़ी कार्रवाई की है।


अलीगढ़ शराब कांड: अब तक 82 की मौत, फैक्टरी संचालक गिरफ्तार

जिले में जहरीली शराब से सोमवार को 11 और लोगों की मौत के साथ ही इस हादसे में मरने वालों की संख्या 82 हो गई है। वहीं, पुलिस ने शहर के कारोबारी और स्याही-सैनिटाइजर फैक्टरी के संचालक विजेंद्र कपूर को गिरफ्तार कर लिया है। कपूर के पास से 6000 लीटर मिथाइल-इथाइल अल्कोहल जब्त की गई है और फैक्टरी को सील कर दिया गया है। 

आबकारी विभाग की मेरठ स्थित प्रयोगशाला ने घटना के पहले दिन करसुआ के ठेके से जब्त शराब के नमूनों में मिथाइल अल्कोहल की पुष्टि की है। इससे लोगों की आंखों की रोशनी जाने से लेकर मौत तक हो जाती है। पुलिस ने शराब तस्कर गिरोह के 50 हजार के इनामी सरगना ओमवीर उर्फ विपिन यादव की निशानदेही पर फैक्टरी के संचालक विजेंद्र कपूर को उठाया है। 

कपूर पर खुद की फैक्टरी से नकली शराब बनाने वालों को मिथाइल अल्कोहल की आपूर्ति करने का आरोप है। वह भाजपा सांसद सतीश गौतम का पड़ोसी होने के साथ साथ बेहद करीबी भी है। कपूर की गिरफ्तारी पर सांसद विरोध में उतर आए और बिना जांच कपूर की गिरफ्तारी पर जिलाधिकारी को आड़े हाथों लिया। 

उन्होंने इसके लिए जिम्मेदार निलंबित जिला आबकारी अधिकारी पर मुकदमा दर्ज कराकर जेल भेजने की धमकी तक दी। वहीं, शराब तस्करी से जुड़े आधा दर्जन से अधिक और नाम पुलिस के सामने आए हैं। नकली शराब बेचने के आरोप में एक अन्य भाजपा नेता को भी हिरासत में लिया गया है। कुछ और मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं।


आयुर्वेदिक सैनिटाइजर बनाने का फर्जी लाइसेंस भी है कपूर के पास 

जांच में साफ हुआ कि कारोबारी विजेंद्र कपूर के पास आयुर्वेदिक सैनिटाइजर बनाने का एक फर्जी लाइसेंस भी मिला है। आयुर्वेदिक अधिकारी ने उसे निर्धारित फॉर्मेट में न होने पर फर्जी बताया है। इसके बावजूद वह किस नियम के तहत इतनी मात्रा में मिथाइल अल्कोहल की सप्लाई पश्चिम बंगाल से ला रहा था और कैसे बेच रहा था, इसकी भी जांच कराई जा रही है। उसके पास डी-नेचर स्पिरिट का भी एक लाइसेंस मिला है।


तस्करों से जुड़े 16 शराब ठेके निरस्त

जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह ने जिले के ऐसे 16 ठेके निरस्त कर दिए हैं, जो अब तक इस कांड में सामने आए शराब तस्करों के नाम पर थे। आबकारी विभाग की रिपोर्ट मिलने के बाद डीएम ने निलंबन आदेश जारी किया है।

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