प्रेसिडेंशियल ट्रेन से लखनऊ पहुंचे राष्ट्रपति : राज्यपाल आनंदी बेन व सीएम योगी ने चारबाग रेलवे स्टेशन पर किया स्वागत
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद दो दिन के लखनऊ दौरे पर कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे और मंगलवार शाम दिल्ली रवाना हो जाएंगे।
लखनऊ। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सोमवार को कानपुर से प्रेसिडेंशियल ट्रेन से परिवार समेत लखनऊ पहुंचे। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल व सीएम योगी आदित्यनाथ ने चारबाग रेलवे स्टेशन पर उनका स्वागत किया। राष्ट्रपति जब राजभवन पहुंचे तो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी। राज्यपाल ने शाम को राजभवन में उनके सम्मान में हाई-टी व रात्रिभोज का आयोजन किया। इसमें सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमण समेत उच्च न्यायालाय के वरिष्ठ न्यायाधीश भी मौजूद रहे। राष्ट्रपति मंगलवार को लोकभवन से आंबेडकर सांस्कृतिक स्थल का वर्चुअली शिलान्यास करेंगे। दोपहर बाद चार बजे दिल्ली रवाना हो जाएंगे।
10.25 बजे कानपुर से चली ट्रेन, 11.50 बजे सही समय पर पहुंची चारबाग
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सोमवार को प्रेसिडेंशियल ट्रेन से लखनऊ पहुंचे। राष्ट्रपति चारबाग स्टेशन पहुंचे तो इसके 107 साल पुराने इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया। पहली बार कोई राष्ट्रपति ट्रेन से चारबाग रेलवे स्टेशन आया है। उनके स्वागत के लिए रेड कॉर्पेट बिछाई गई थी। राष्ट्रपति की बोगी रेड कारपेट के सामने रोकी गई। स्टेशन पर उतरते ही राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति का स्वागत किया।
कानपुर रेलवे स्टेशन से उनकी ट्रेन पांच मिनट देरी से सुबह 10.25 बजे चली, मगर चारबाग स्टेशन पर राइट टाइम 11.50 पर पहुंची। दस मिनट स्टेशन पर रुकने के बाद उनका काफिला राजभवन के लिए रवाना हो गया। सुबह आठ बजे ही चारबाग स्टेशन के आरक्षण केंद्र से लेकर फर्स्ट व सेकंड क्लास हॉल के प्रवेश द्वारों को यात्रियों के लिए बंद कर दिया गया था। उनकी एंट्री पार्सल घर की तरफ से थी तथा निकासी सेकंड एंट्री की ओर से दी गई थी। इसी बीच सुबह झमाझम बारिश होने लगी। स्टेशन के बाहर उन्होंने 101 फिट ऊंचे लहराते तिरंगे को निहारा। यह पल ऐतिहासिक था। राष्ट्रपति के काफिले के निकल जाने के बाद यात्रियों के लिए प्लेटफॉर्म नंबर एक, दो, तीन सहित सभी बैरिकेडिंग खोल दी गई।
कैसा है राष्ट्रपति का सुइट
राष्ट्रपति राजभवन में बने चार कमरों के सुइट में विश्राम करेंगे। इस सुइट में बेड रुम के अतिरिक्त जिम, कॉन्फ्रेंस हाल और डाइनिंग हॉल है। आधुनिक संसाधनों के साथ पाश्चात्य सभ्यता का संगम इस सुइट में दिखेगा। इसमें यूपी के विभिन्न जिलों की कारीगरी का नमूना, प्राचीन मूर्तियां और पेंटिंग शामिल हैं। इस सुइट के सामने दूसरे सुइट में आपात कक्ष बनाया गया है। इसमें राष्ट्रपति भवन की तर्ज पर विशेष कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। यहां हाई स्पीड इंटरनेट, सेटेलाइट फोन और हॉटलाइन के साथ अन्य अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
पांच सितारा होटल जैसी व्यवस्था
राष्ट्रपति जिस सुइट में रुकेंगे वहां उनकी गरिमा के अनुरूप पांच सितारा होटल जैसी बेहतर व्यवस्था की गई है। संबंधित क्षेत्र को 48 घंटे पूर्व से ही राष्ट्रपति के आने तक नो मेन जोन घोषित करते हुए राष्ट्रपति की सुरक्षा में लगे जवानों के सुपुर्द कर दिया गया है।
प्रेसिडेंशियल ट्रेन के साथ लेते रहे सेल्फी
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का काफिल निकल जाने के बाद प्लेटफॉर्म नंबर एक पर प्रेसिडेंशियल एक्सप्रेस काफी देर तक खड़ी रही। बाद में ट्रेन को वापस दिल्ली रवाना कर दिया गया। इस दौरान स्टेशन आने वाले यात्रियों के बीच प्रेसिडेंशियल ट्रेन को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला। यात्री, स्टेशन कर्मी और सुरक्षाबल ट्रेन के साथ सेल्फी लेते नजर आए।
विजिटर बुक में राष्ट्रपति ने दी बधाई
चारबाग रेलवे स्टेशन पर विजिटर बुक में राष्ट्रपति ने रेलवे को सेवाओं के लिए शुभकामनाएं दीं। शुद्ध हिंदी और साहित्यिक भाषा में उन्होंने रेलवे के लिए अपने शब्दों को विजिटर बुक में उतारा और हस्ताक्षर किए।
ट्रेन के नौवें कोच में सवार थे राष्ट्रपति
प्रसिडेंशियल ट्रेन को पूरी सुरक्षा के साथ कानपुर से चारबाग रेलवे स्टेशन तक लाया गया। 460 से ज्यादा पुलिसकर्मी, जीआरपी, आरपीएफ, एसपीजी आदि सुरक्षाबल तैनात थे, वहीं ट्रेन को भी जवान एस्कॉर्ट कर रहे थे। प्रेसिडेंशियल ट्रेन में कुल 15 कोच थे, जिसमें नौंवीं बोगी राष्ट्रपति रमानाथ कोविंद की थी। इस ट्रेन में रेलवे, पुलिस, सेनाओं से जुड़े आला अधिकारी भी सफर कर रहे थे। ट्रेन में दो इंजन थे, ताकि एक के खराब होने पर दूसरे से ट्रेन को चलाया जा सके। इसके अतिरिक्त प्रेसिडेंशियल ट्रेन के आगे एक पायलट ट्रेन चल रही थी, जिसमें एक इंजन और एक बोगी थी। इसमें रेलवे की टेक्निकल टीम के साथ आरपीएफ, जीआरपी कर्मी बैठे हुए थे। जबकि प्रेसिडेंशियल ट्रेन के पीछे एक बैकअप ट्रेन थी, जिसमें भी एक इंजन और एक बोगी थी, इसमें ट्रैक मेंटेनेंस स्टाफ और सुरक्षाकर्मी बैठे थे।
आगमन से पहले बरसे मेघ, स्टेशन के बाहर भरा पानी
राष्ट्रपति के आगमन से पूर्व झमाझम बारिश होने लगी। इससे लखनऊ जंक्शन की ओर मंदिर के बाहर पानी भर गया। वहीं चारबाग स्टेशन की पोर्टिको के बाहर और चारबाग मेट्रो के नीचे पानी भरा। हालांकि रेलकर्मियों ने प्रेसिडेंशियल ट्रेन के आने से पहले ही साफ सफाई कर दी।
राष्ट्रपति के सम्मान में राजभवन में हाई-टी एवं रात्रिभोज का आयोजन
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सम्मान में सोमवार को राजभवन में हाई-टी तथा रात्रिभोज का आयोजन किया। इसमें उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति एनवी रमण, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, विधि एवं न्याय मंत्री ब्रजेश पाठक, उच्च न्यायालय इलाहाबाद के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति मुनीश्वर नाथ भंडारी सहित उच्च न्यायालय के अन्य वरिष्ठ न्यायाधीश मौजूद थे। इस मौके पर सभी न्यायाधीशों का राष्ट्रपति के साथ फोटो सेशन भी हुआ। राष्ट्रपति मंगलवार को पूर्वाह्न 11.30 बजे लोक भवन से आंबेडकर सांस्कृतिक स्थल का वर्चुअली शिलान्यास करेंगे। इस कार्यक्रम के बाद अपराह्न चार बजे वे लखनऊ से दिल्ली रवाना हो जाएंगे।
हाई-टी के दौरान राष्ट्रपति ने न्यायाधीशों का परिचय प्राप्त किया। राज्यपाल ने राष्ट्रपति तथा उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को स्मृति चिह्न भेंट किया। कार्यक्रम में देश की प्रथम महिला सविता कोविंद, राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव महेश कुमार गुप्ता सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। इससे पहले लखनऊ पहुंचने पर राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने चारबाग रेलवे स्टेशन पर रामनाथ कोविंद व सविता कोविंद का स्वागत किया।
चारबाग स्टेशन पर राष्ट्रपति का स्वागत करने वालों में उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया, मुख्य सचिव आरके तिवारी सहित शासन-प्रशासन, रेलवे एवं सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे। राज्यपाल ने राजभवन में राष्ट्रपति व उनकी पत्नी का अंग वस्त्र भेंट कर स्वागत किया। इस मौके पर राजभवन के सभी अधिकारी उपस्थित थे। राष्ट्रपति ने राजभवन में स्थापित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की आदमकद प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की।
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