15 के बाद बैंड, बाजा, बरात नहीं, 4 महीने तक नहीं शादी का कोई शुभ मुहूर्त, जानें क्या है वजह

 

इस वर्ष जब शादी के शुभ मुहूर्त थे तो कोविड प्रोटोकाल के कारण कई लोगों को शादियों को पीछे करना पड़ा। लेकिन अब जब कोरोना के मामले थमे हैं तो 15 जुलाई के बाद से चार माह तक शादी के कोई शुहूर्त नहीं हैं।

 

 अनामिका,

गोरखपुर। प्रदेश सरकार ने कोविड प्रतिबंधों में ढील देते हुए मेहमानों की संख्या दोगुनी कर दी है। लेकिन, अगले चार माह तक शादी के शुभ मुहूर्त नहीं हैं। 15 जुलाई के बाद चार महीने तक शादी विवाह के लिए कोई भी शुभ मुहूर्त नहीं है। यह पहला अवसर है जब आधी जुलाई, अगस्त, सितंबर व अक्टूबर में विवाह को लेकर कोई शुभ लगन नहीं। जुलाई में कुल पांच मुहूर्त हैं। सभी 15 जुलाई से पहले हैं।

आचार्य पंडित शरद चंद्र मिश्र ने बताया कि 20 जुलाई से चतुर्मास शुरू हो रहा है। सनातन धर्म के मुताबिक चतुर्मास के दौरान विवाह-शादी नहीं की जानी चाहिए। चतुर्मास 14 नवंबर को समाप्त होगा। इसके बाद ही शादी विवाह को लेकर शुभ मुहूर्त शुरू होंगे जो दिसंबर तक चलेंगे। सरकार ने शुक्रवार से शादी-विवाह में ज्यादा लोगों के शामिल होने को लेकर राहत तो दी, लेकिन अब मुहूर्त नहीं होने के कारण लोगों को खास फायदा नहीं होगा।

कोरोना की दूसरी लहर ने शहनाई पर ग्रहण लगा दिया था। मार्च व अप्रैल में शादी का सीजन पूरे यौवन पर था, लेकिन दूसरी लहर के पीक पर होने के चलते शादियों में केवल बीस लोगों की ही इजाजत दी गई थी। कई शादियों में तो पूरे परिवार के सदस्य भी शामिल नहीं हो पाए थे। जून व जुलाई में 50 सदस्यों की इजाजत दी गई, लेकिन मुहुर्त कम थे जिसका लाभ लोगों को ज्यादा नहीं मिला।

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