गीता वाटिका में रुद्राभिषेक 25 से प्रारंभ

भगवान शंकर कल्याणकारी हैं। उनकी पूजा,अराधना समस्त मनोरथ को पूर्ण करती है। धर्मशास्त्रों के मुताबिक भगवान सदाशिव का विभिन्न प्रकार से पूजन करने से विशिष्ठ लाभ की प्राप्ति होती हैं। यजुर्वेद में बताये गये विधि से रुद्राभिषेक करना अत्यंत लाभप्रद माना गया हैं। सावन और महाशिवरात्रि पर शिव-आराधना करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है। अधिकांश शिव भक्त इस दिन शिवजी का अभिषेक करते हैं। अभिषेक शब्द का शाब्दिक अर्थ है स्नान करना या कराना। रुद्राभिषेक का मतलब है भगवान रुद्र का अभिषेक यानि कि शिवलिंग पर रुद्रमंत्रों के द्वारा अभिषेक करना। 

गोरखपुर। परम श्रद्धेय भाईजी श्री हनुमानप्रसादजी पोद्दार एवं पूज्य श्रीराधाबाबा की पावन स्थली गीता वाटिका स्थित श्रीराधाकृष्ण साधना मंदिर में आगामी  श्रावण मास  ( 25 जुलाई से 22 अगस्त 2021) के अवसर पर श्रीरुद्राभिषेक  करवाने की व्यवस्था की गई है। यदि आप भी भगवान शिव के इस अभिषेक में अपनी उपस्थिति दर्ज कराना चाहते हैं तो आप इसके लिए हनुमानप्रसाद पोद्दार स्मारक समिति के पदाधिकारियों से संपर्क करें। इस अनुष्ठान को वैदिक वेद ब्रह्मणों द्वारा कराया जायेगा। अभिषेक का सीधा प्रसारण फेस बुक के माध्यम से देख सकते हैं। यजमान की उपस्तिथि अप्रत्यक्ष रूप से ही जुड़ सकते हैं।

हनुमानप्रसाद पोद्दार स्मारक समिति के संयुक्त मंत्री रसेन्दु फोगला ने बताया कि विगत 25 जुलाई से सावन माह प्रारंभ हो रहा है। यह भगवान का सबसे प्रिय मास कहा गया है। इस दौरान वाटिका परिसर में अभिषेक करने की परंपरा काफी पुरानी है। विगत दो वर्ष से कोरोना महामारी के कारण प्रत्यक्ष रूप से यजमान इस अनुष्ठान में शामिल नहीं हो पा रहे हैं, जिसका वाटिका परिवार को खेद है।

उन्होंने बताया कि कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए वाटिका परिवार ने यह अनुष्ठान करवाने का निर्णय लिया है। अनुष्ठान करवाने हेतु गीता वाटिका में यजमान की प्रत्यक्ष उपस्थिति नहीं रहेगी, केवल फेसबुक पर दिन में एक बार सीधे प्रसारण की व्यवस्था की जायेगी।

उन्होंने बताया कि पूरे श्रावण मास  में प्रतिदिन रुद्राभिषेक करवाने की दक्षिणा ₹ 31,000/-  तथा  केवल एक दिन  रुद्राभिषेक करवाने की दक्षिणा  ₹ 1,100/-  निर्धारित की गई है। यदि आप इस अनुष्ठान के भागीदार बनना चाहें तो कृपया नाम, गोत्र, रुद्राभिषेक कराने की तिथि आदि का विवरण यथाशीघ्र भेज दें  ताकि सुचारु रूप से व्यवस्था कराई जा सके।

इसकी धनराशि आप बैंक में जमा कर, रसीद आदि की कापी 9721526810 पर भेजें। आपके द्वारा प्रेषित नाम-गोत्र का उच्चारण करके एक ब्राह्मण आपके लिये मंदिर में रुद्राभिषेक करेगा।

आप अपनी धनराशि सीधे समिति के बैंक खाते में भी भेज सकते है। बैंक खाते का विवरण निम्नवत् है --

खाता संख्या- 497102010001503

खाते का नाम :

हनुमानप्रसाद पोद्दार स्मारक समिति

बैंक : यूनियन बैंक ऑफ इंडिया

ब्रांच- एच पी पी एस कैंसर अस्पताल, गोरखपुर

IFSC- UBIN0549711

आपके निमित्त किये गए अनुष्ठान की सूचना आपको व्हाट्सएप पर दी जाएगी। इसके अलावा आप हनुमान प्रसाद पोद्दार स्मारक समिति, गीता वाटिका, गोरखपुर मंत्री उमेश कुमार सिंहानिया के मो० 9919100146 और संयुक्त मंत्री रसेन्दु फोगला मो० 9415331192 पर संपर्क कर सकते हैं।



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