जुखाम, बुखार के साथ क्षय रोगियों का भी करें चिन्हीकरण

- आम जन को मच्छरजनित रोगों से बचाव के लिए करें जागरुक
- रोगियों के मिलने पर दें अपने क्षेत्र के चिकित्सा अधीक्षक को सूचना

 


संतकबीरनगर। सभी आशा कार्यकर्ता आपने दायित्वों को समझें तथा उनका निर्वहन करें। जुखाम, बुखार के साथ ही क्षय रोगियों की भी खोज करें। दस्तक अभियान के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखें। इस तरह के रोगियों के मिलने पर सूचना अपने चिकित्सा अधीक्षक को जरुर दें। इस दौरान नियमित चार्ट पर सूचनाएं अंकित करें।

उक्त बातें क्षय रोय के जिला कार्यक्रम समन्वयक अमित आनन्द ने खलीलाबाद ब्लॉक में विशेष संचारी रोग नियंत्रण माह व दस्तक अभियान के लिए आयोजित फ्रंटलाइन वर्कर्स व एएनएम के प्रशिक्षण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मंगलवार को कहीं। इस दौरान आशा संगिनी और आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया। यह अभियान एक जुलाई से पूरे माह भर चलेगा। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. वी. पी. पाण्डेय ने कहा कि संचारी रोगों से बचाव के लिए घर-घर जाकर लोगों को साफ़ सफाई के प्रति जागरूक करना होगा। कुंआ तथा हैंडपंप आदि स्थानों पर ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराया जाए। मच्छर जनित रोगों से बचाव के लिए लोगों को मच्छरदानी का प्रयोग व गंदे पानी का पीने में इस्तेमाल न करने की सलाह दी जाए। इस दौरान बीसीपीएम महेन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि संचारी रोग से बचाव के लिए विशेष रूप से लोगो को साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। सभी आशा अपने-अपने कार्य क्षेत्र में घर-घर जा कर लोगो को कोरोना का टीका लगवाने और साफ-सफाई के प्रति जागरूक करेंगी। बीपीएम अभय त्रिपाठी ने कहा कि वह घर-घर दस्तक देने के साथ ही परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य जांच करेंगी। घर में जुखाम, बुखार, खांसी आदि बीमारियों से ग्रसित मरीज मिलने पर स्टिकर चिपका कर इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को देंगे। इसके बाद डॉक्टर द्वारा उपचार की व्यवस्था की जायेगी। संचारी रोग नियंत्रण के बारे में आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को सचेत करेंगी। इस तरह का प्रशिक्षण बेलहरकला, व बघौली में भी आयोजित किया गया जिसमें उन क्षेत्रों के फ्रंट लाइन वर्कर्स व एएनएम ने अपनी सहभागिता दिखाई ।

 बीमारी पकड़ में आएगी तभी होगा इलाज

बुखार में देरी पड़ेगी भारी पर जोर देते हुए बैठकों में उपस्थित पाथ संस्था के प्रतिनिधियों ने सभी को तकनीकी जानकारियां प्रदान की तथा संचारी रोगों के लक्षण आदि के बारे में भी बताया। उन्होने 12 से 25 जुलाई तक दस्तक अभियान के तहत घर-घर जाकर मस्तिष्क ज्वर,डेंगू, मलेरिया आदि से पीड़ित रोगियों को चिन्हित कर उनकी पीएचसी पर जांच कराने की सलाह दी। कहा कि अगर जांच सही समय पर हो जाएगी और बीमारी पकड़ में आ जाएगी तभी इन रोगों से समय रहते लोगों को बचाया जा सकेगा ।

आशा कार्यकर्ता हर घर को करें कवर


सहायक मलेरिया अधिकारी सुनील चौधरी ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं के लिए दिशा-निर्देश है कि वह हर घर जाकर जागरुकता अभियान चलाएंगी। साथ ही साथ उस घर पर विशेष ध्‍यान देगी जहां पर 15 वर्ष की आयु से कम उम्र के बच्‍चे हैं। गृहभ्रमण के दौरान ऐसे गृहस्‍वामियों के उपर विशेष ध्‍यान दिया जाएगा। आशा कार्यकर्ता लोगों को इस बात की भी जानकारी देगी कि वह पानी को स्‍वच्‍छ कैसे करें। वह कलोरीनेशन डेमो के जरिए लोगों को इस बात की जानकारी देगी कि पीने के पानी में किस मात्रा में क्‍लोरीन की गोलियां डाली जाएं कि वह स्वच्‍छ व शुद्ध हो जाए।

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