सुंदर सुभूमि भइया भारत के देशवा से...


 
गोरखपुर। आदि गुरु गोरक्षनाथ की तपोस्थली से लोक गायक राकेश श्रीवास्तव ने आजादी के पछतरवीं साल गृह पर देश-दुनिया में पुरुबिया माटी की सुगंध को लोक गायन के माध्यम से बिखेरने का बीड़ा उठाया है। उन्होंने बताया कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी के आह्वान पर "अमृत महोत्सव" देश की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ की पावन अवसर पर समूचे देश में सांस्कृतिक उत्सव का आयोजन हो रहा है। उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी महाराज के सानिध्य में संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश भी माननीय प्रधानमंत्री के इस अद्वितीय परियोजना-उत्सव को संपन्न करने के लिए कटिबद्ध है। इस कटिबद्धता के तहत संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा लोकगायक राकेश श्रीवास्तव के कुशल निर्देशन में देशभक्ति गीतों का कार्यशाला दिनांक 1 अगस्त से 8 अगस्त तक होना सुनिश्चित है। दिनांक 1 अगस्त को कार्यशाला के आगाज के साथ अमृत महोत्सव की सिद्धि एवं भारतीय स्वाधीनता की गौरवशाली इतिहास के वीरों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित हुआ।
 

कार्यक्रम में उपस्थित संगीत नाटक अकादमी के सचिव मुख्य अतिथि तरुण जी ने कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए देश पर कुर्बान हुए बलिदानियों का वंदन करते हुए भारतीय संस्कृति की अक्षुण्णता एवं गौरवशाली विरासत पर गर्व करते हुए प्रतिभागी कलाकारों ने कार्यशाला के लिए शुभकामनाएं दी। कार्यशाला के निर्देशक राकेश श्रीवास्तव ने "सुंदर सुभूमि भैया,भारत के देशवा से। मोहे प्राण बसे हिंद देश रे बटोहिया।।" देशभक्ति गीत प्रस्तुत कर कार्यशाला का शुभारंभ किया। कार्यशाला में 4 वर्ष की आयु से लेकर 50 वर्ष तक के आयु वर्ग के प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। इस कार्यशाला में देश प्रदेश के अलग-अलग जगहों में देवरिया, गोरखपुर, गाज़ियाबाद, मेरठ, सीतापुर, लखनऊ, दिल्ली, झारखंड आदि जगहों से प्रतिभागी जुड़े हुए हैं।

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