ज्योतिष के माध्यम से सर्वागीण सुख की अनुभूति : कथा व्यास राघव ऋषि

गोरखपुर। भगवान ही संपूर्ण सृष्टि के नियंता हैं इन्हीं की विराट सत्ता में सभी अपने अपने कार्यों को संपादित करते हैं। ज्योतिष मनुष्य के सुख-दुख के यथा समय जानकर उसके उपाय को करने का दिव्य दर्शन है।

यह बातें ऋषि सेवा समिति गोरखपुर के तत्वाधान में चल रही संगीत में कथा के तृतीय दिवस पूज्य राघव ऋषि जी ने दिव्य कथा क्रम में रसपान कराया। भगत चौराहा स्थित देवकी लॉन में राम कथा का श्रवण करते हुए कहा कि ज्योतिष को नेत्र कहा गया है संपूर्ण शरीर में यह नेत्र ना हो तो शरीर अपूर्ण है। भगवान के पार्षद के रूप में सात प्रत्यक्ष ग्रह हर मनुष्य को नियंत्रित करते हैं। इन्हीं ग्रहों की बलि व निर्बल होने के फलस्वरूप सुख-दुख निर्धारित होता है। सूर्य से आत्मा तत्व, चंद्र से मन, मंगल से ओज तत्त्व, बुध से वाणी, गुरु से ज्ञान, शुक्र से ऐश्वर्य, शनी से सुख-दुख: मिलता है। इसके अधिक मनुष्य और कुछ नहीं चाहता। ज्योतिष मनुष्य को सत्य का मार्ग प्रशस्त कराआता है इन ग्रहों को अनुकूल बना कर जीवन को सुखमय व सर्वांगीण मार्ग को प्राप्त किया जा सकता है।

 व्यास जी ने कथा प्रसंग को श्रवण कराते हुए कहा कि भगवान श्रीराम व भाइयों की बाल लीला का दिव्य रहस्य बताया मानव भगवान इसी स्थल में अपनी बाल लीलाओं से मोहित कर रहे हो भगवान भाइयों सहित बड़े हो रहे हैं समय अनुकूल गुरुदेव माता पिता के साथ संस्कारों से विभूषित हुए भगवान का जिस हेतु जन्म हुआ है उस हेतु को स्मरण कर विश्वमित्र जी ने भगवान को अपने कार्य का स्मरण कराते हुए अयोध्या पहुंचे जहां संसार के ऊपर अनूप ग्रह व भक्तों के कष्ट दुख दूर करने हेतु भगवान ने अवतार लिया। 

उन्होंने बताया कि यज्ञ आदि में विघ्न ना ऋषि यों संतो को सता रहे राक्षसों के संहार के लिए विश्वामित्र जी राम लक्ष्मण को अपने साथ लाकर समस्त विषयों को सुख प्रदान किए भगवान का अवतार ही इसी हेतु हुआ जिसका क्रम प्रारंभ हुआ मेरे दुख के दिनों में वो बड़े काम आते हैं सौरव जी ने भजन सुना भक्तों को झूमने पर विवश किया।

कार्यक्रम में गौरीशंकर गुप्ता, रमेश सिंह, रुद्र त्रिपाठी, सतीश सिंह, पंडित विनोद कुमार शुक्ला, रमाशंकर त्रिपाठी, मुन्नालाल जी , बी एन द्विवेदी, बनवारीलाल निगम, मंजू सिंह, नीलम शुक्ला, निर्मला दुबे, विमला निगम, शकुंतला वर्मा, रेखा सिंह, राजू सिंह, राजू तिवारी, संतोष, विनय पांडे, रमेश राज समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

Comments