गोरखपुर। उत्तर प्रदेश संगीत नाटक एकेडमी के संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित "सत्कार" कार्यक्रम में कलाकारों को सम्मानित किया गया। कलाकारों ने अपने अभिनव की प्रस्तुति से लोगों का मंत्र मुग्ध कर दिया। मुख्य अतिथि रमेश सिंह, प्रदेश प्रभारी पंचायत प्रकोष्ठ थे। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से किया गया। विशिष्ट अतिथि डॉ मनोज गौतम (निदेशक बौद्ध संग्रहालय), डॉ रूप कुमार बनर्जी एवं पूर्व महापौर डॉ सत्या पांडेय रही। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री पुष्पदंत जैन ने कहा कि एकेडमी द्वारा कलाकारों के सम्मान में आयोजित यह कार्यक्रम से कलाकारों को नई ऊर्जा प्रदान करेगा। कार्यक्रम संयोजक उत्तर प्रदेश संगीत नाटक एकेडमी के सदस्य राकेश श्रीवास्तव ने कहा कि कलाकारों की समस्याओं को मुख्यमंत्री योगी को अवगत करवाया जाता है। इसी का परिणाम रहा है कि प्रदेश सरकार द्वारा अनेक जिलों में कलाकारों के सहयोग एव मंच देने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
कार्यक्रम का शुभारंभ सर्वप्रथम अजय शर्मा ने गणेश वंदना प्रस्तुत कर किया। तत्पश्चात लोक संस्कृति से सराबोर अवंतिका दुबे, उर्वशी श्रीवास्तव, अर्पिता सिंह एवं स्वीटी सिंह ने एक पारंपरिक पचरा "निमिया के डार मइया....प्रस्तुत किया। जिसे काफी सराहना मिली।
अनीता सिंह ने एक जतसार प्रस्तुत किया। पूर्वांचल में तेज़ी से उभरते कलाकार पवन पंछी ने एक निर्गुण प्रस्तुत कर जीवन दर्शन का बोध कराया। कोमल मौर्या ने झूमर एवं अर्पिता सिंह ने बारहमासा प्रस्तुत किया। व्यास सूरज मिश्र ने एक निर्गुण तथा विजय शंकर मिश्र ने लचारी गाया। उभरती नृत्यांगना सनाया गुप्ता ने अपने दुर्गा स्तुति नृत्य से उपस्थित जन को मन्त्र मुग्ध कर दिया। वाद्य यंत्रों पर बंटी बाबा, मो शकील, अली अहमद, मुख्तार अहमद ने संगत किया, तथा संचालन शिवेंद्र पांडेय ने किया। आभार ज्ञापित प्रगति ग्रुप के निदेशक ध्रुव श्रीवास्तव ने किया।
कार्यक्रम में सुभाष दुबे, डॉ शरद मणि त्रिपाठी, प्रवीण श्रीवास्तव, डॉ सौरभ पांडेय, कनक हरि अग्रवाल, भारत भूषण, मानवेन्द्र त्रिपाठी, श्री नारायण पांडेय, प्रेम पराया, आर जे नवीन पांडेय, लोक गायक राकेश उपाध्याय, लोक कला विद हरिप्रसाद सिंह, अचिन्त्य लाहिरी, विद्यापति पाठक, युवा शायर मिन्नत गोरखपुरी, कीर्ति रमन दास, अमर चंद्र श्रीवास्तव सहित अनेक लोग उपस्थित थे।
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