मुख्यमंत्री यह बातें रविवार को गोला कस्बा स्थित वीएसएवी इंटर कालेज के प्रांगण में आयोजित बाढ़ राहत सामाग्री वितरण कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कही। वे कहे कि बाढ़ से बचाव के लिए पचास स्टीमर लगाए गए हैं। स्टीमरों की संख्या बढ़ाई जा रही है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पीएसी की फ्लड यूनिट को बचाव कार्य के लिए लगाया गया है। संसाधन की कोई कमी नहीं है। हर पीड़ित परिवार तक राहत सामाग्री पहुंचाई जा रही है। पीड़ितों को पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न दिया जा रहा है। राहत पैकेट में चावल, दाल, आटा, तेल, प्लास्टिक आदि पर्याप्त मात्रा में सामान दिए जा रहे हैं साथ ही गांव-गांव में डाक्टरों की टीम दौरा करके लोगों के बीच जल जनित व विषाणुजनित बीमारियों से बचाने के लिए दवा का वितरण कर रही है। बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए शासन से पर्याप्त धन की व्यवस्था की गई है। आपदा में मृत्यु होने पर चार लाख, पक्का मकान गिरने पर 95 हजार तथा अन्य नुकसान पर भी सहायता राशि दिया जा रहा है। बाढ़ में मकान और जमीन चले जाने पर पीड़ितों को पट्टा के साथ मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत मकान दिया जाएगा। किसानों के फसल के नुकसान को देखते हुए अभी से आकलन करा कर मुआवजे की व्यवस्था कराई जा रही है।
मुख्यमंत्री के आगमन पर पूर्व मंत्री राजेश त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री का स्वागत व संचालन नित्यानंद मिश्र ने किया। इस अवसर पर भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष अस्मिता चंद, जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, विनय राय, मायाशंकर शुक्ल, इंद्रबहादुर वर्मा, श्यामनारायण दुबे, कमलेश पटेल, रतनप्रकाश दुबे, महेश उमर, सृंजय मिश्र, लालती देवी, शत्रुघ्न कसौधन, विनोद तिवारी, प्रदीप पांडेय, अमरमणि त्रिपाठी, आनंद त्रिपाठी, अष्टभुजा सिंह, रणविजय चंद, देवेंद्र चंद सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
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