जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज का आगमन 28 को

जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज का आगमन 28 को 

संगोष्ठी एवं दीक्षा समारोह 29 अक्टूबर को दिन में 11:30 बजे धर्मसभा सायं 5 बजे से गीता वाटिका में संपन्न होगा


गोरखपुर। सनातन धर्म की अलग जगाने के उद्देश्य एक महीने के लिए राष्ट्रोत्कर्ष अभियान यात्रा पर निकले गोवर्धन मठ पुरी के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज का आगमन 28 अक्टूबर, बृहस्पतिवार को गोरक्षनाथ की पावन भूमि पर हो रहा है। यहां दो दिन की प्रवास पर आ रहे हैं। जगतगुरु 28 को धर्म सभा में भी शामिल होंगे। शनिवार को सिद्धार्थनगर पहुंच चुके हैं। बृंद्रावन से शुरू हुई उनकी धर्मयात्रा सिद्धार्थनगर होते हुए नेपाल जाएगी। इसके बाद महाराजगंज होकर गोरक्ष नगरी में उनका दो दिन का प्रवास होगा। यहां से बंगाल होकर अपने मठ वापस पहुंचेंगे। इस दौरान वे धर्म सभाएं तो करेंगे ही साथ ही सनातन धर्म को लेकर आचार्यों, वेदाचार्य के साथ प्रबुद्धजनों से सीधा संवाद करके उनकी जिज्ञासा शांत करेंगे। शंकराचार्य की धर्मयात्रा 11 अक्टूबर बृंद्रावन से प्रारंभ हुई है। यहां से आगरा प्रवास के बाद अब उन्होंने पूर्वांचल की धरती पर कदम रखा है। सिद्धार्थनगर में रविवार को प्रवास के दौरान धर्मसभा और संगोष्ठी को संबोधित करेंगे।

इसके बाद 25 अक्टूबर को नेपाल जाएंगे। वहां भैरावा में दो दिन रहने के बाद 27 अक्टूबर को महाराजगंज के आनंदनगर लौट आएंगे। यहां से 28 अक्टूबर को सायंकाल 5 बजे उनका आगमन गोरखपुर में हो जाएगा। यहां पर वे धर्मसभा व संगोष्ठी को संबोधित करेंगे। दो दिन गोरखपुर में प्रवास के बाद वे यहां से पश्चिम बंगाल चले जाएंगे। गोरखपुर शंकराचार्य 28 अक्टूबर की शाम 5:00 बजे आज आएंगे। उनकी अगुवाई करने के लिए यहां से बड़ी संख्या में भक्तगण आनंद नगर पहुंचेंगे। यहीं से उनकी पालकी यात्रा प्रारंभ होगा। यात्रा का शहर में आगमन होते ही ढोल-मंजीरे, बैंड-बाजे के साथ यात्रा गोरक्षनाथ की भूमि में प्रवेश करेगा।

संगोष्ठी एवं दीक्षा समारोह 29 अक्टूबर को दिन में 11:30 बजे तारामंडल के सेल टैक्स ऑफिस स्थित राजेश सिंह की आवास बी वन बुद्ध विहार पार्ट सी सिद्धार्थ एनक्लेव पर किया जाएगा। जबकि धर्मसभा 29 अक्टूबर, शुक्रवार, सायं 5 बजे से गीता वाटिका में संपन्न होगा।

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